फरीदाबाद, 22 मई: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने योगगुरु बाबा रामदेव के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है. इस बार आरपार का मन बना लिया है, IMA का कहना है कि अब बहुत हो चुका, अब बाबा रामदेव के खिलाफ कार्यवाही करनी ही पड़ेगी या स्वास्थय मंत्रालय को बाबा रामदेव की बातों पर यकीन करके मॉडर्न मेडिसिन के इंफ्रास्ट्रक्चर को ख़त्म करके बाबा रामदेव की बातों पर ही भरोसा करना चाहिए।
IMA ने स्वास्थय मंत्री डॉ हर्षवर्धन को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा है कि इस महामारी में हमारे 1200 मॉडर्न मेडिसन एलोपैथिक डॉक्टर्स की मौत हो गयी है. उन्होंने कोरोना बुलेट का वार अपनी छाती पर सहा है.
IMA ने बाबा रामदेव पर आरोप लगाया है कि वह एलोपैथिक दवाइयों को स्टुपिड बताते हैं, एलोपैथिक डॉक्टर्स को मर्डरर बताते हैं और उन्होंने ऐसा खुद अपनी दवाई के लांचिंग के मौके पर स्वास्थय मंत्री के सामने कहा है.
आरोप लगाया गया है कि बाबा रामदेव यह सब जनता को मिसलीड करने के लिए और अपनी गैरकानूनी और गैर-अधिकृत दवाइयाँ बेचने के लिए करते हैं.
IMA ने लिखा है कि बाबा रामदेव ने हाल में Fabiflue, Remdesivir आदि दवाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि यह सब फ़ैल हो गयी हैं और इनकी वजह से लाखों लोगों की मौत हो गयी है जबकि इन सभी दवाइयों का ऍप्रूवल DGCI ने दिया है.
पत्र में बाबा रामदेव के खिलाफ महामारी अधिनियम 1987, U/s के तहत कार्यवाही की मांग की गयी है और उनकी वजह से लाखों लोगों की जान का खतरा बताया गया है. कार्यवाही ना किये जाने पर IMA ने दूसरे कदम उठाये जाने की चेतावनी दी है. पूरा पत्र आप नीचे पढ़ सकते हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाबा रामदेव भी लाखों कोरोना मरीजों को योगा और अपनी दवाई से ठीक करने का दावा करते हैं और रोजाना वीडियो के जरिये अपडेट देते रहते हैं। अब देखते हैं कि बाबा रामदेव के खिलाफ सरकार क्या कार्यवाही करती है.
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