फरीदाबाद, 16 जनवरी 2021: पिछले वर्ष 26 अक्टूबर को फरीदाबाद में धर्म रक्षा हेतु बलिदान हुई बेटी निकिता तोमर अब सोशल मीडिया यानी ट्विटर, फेसबुक पर देश की बेटियों को जागरूक करेगी, साथ ही साथ न्याय की लड़ाई भी जारी रहेगी।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महारानी पद्मावती को देवियों की तरह पूजा जाता है क्योंकि उन्होंने खुद की कुर्बानी देकर लाखों बेटियों की रक्षा की थी, उनपर भी धर्मपरिवर्तन का दबाव डाला गया था लेकिन उन्होंने अलाउद्दीन खिलजी की बात मानने के बजाय हजारों अन्य महिलाओं के साथ जौहर कर लिया और दहकती आग की ज्वाला में समा गयीं थी.
फरीदाबाद की बेटी निकिता तोमर के पीछे तौसीफ नाम का आवारा लड़का दो तीन वर्षों से पड़ा था लेकिन निकिता तोमर ने उसे भाव नहीं दिया, वर्ष 2018 में तौसीफ ने निकिता का अपहरण कर लिया लेकिन पुलिस उसे छुड़ाकर वापस लाई, तौसीफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ लेकिन पुलिस ने कार्यवाही के बजाय दोनों पक्षों में समझौता करा दिया और निकिता तोमर के गरीब माँ-बाप पर दबाव बनाया गया.
इसके बाद भी तौसीफ अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और 26 अक्टूबर 2020 को फिर से निकिता तोमर के अपहरण का प्रयास किया, निकिता तोमर उस वक्त बल्लभगढ़ अग्रवाल कॉलेज में BA फाइनल ईयर की परीक्षा देने आयी थी, जैसे ही निकिता तोमर कॉलेज से बाहर निकती, तौसीफ पिस्टल लेकर निकिता तोमर को डराने लगा और उसे जबरन i20 कार में बिठाकर किडनैप का प्रयास करने लगा, निकिता तोमर ने खूब संघर्ष किया और किसी भी कीमत पर कार में नहीं बैठी, इसके बाद तौसीफ ने वहीं पर निकिता तोमर को गोली मारकर उसकी ह्त्या कर दी.
अब इस मामले में निकिता तोमर के परिवार वाले न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में यह मामला चल रहा है. आरोपी तौसीफ का परिवार धन-बल से मजबूत है इसलिए निकिता तोमर के परिवार वालों ने भी पूरी ताकत से न्याय के लिए संघर्ष करने का फैसला किया है, समाज ने एकजुट होकर सर्व समाज निकिता न्याय मंच का गठन किया है. अब सोशल मीडिया पर भी पेज बनाकर बेटियों को जागरूक रखने, निकिता की यादें ताजा रखने और उसके बलिदान को याद रखने का फैसला लिया गया है, पेज से जुड़कर आप भी इस अभियान में अपना सहयोग दे सकते हैं.
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