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खुद को किसान नेता बता रहे गुरनाम सिंह चढूनी को आढ़ती बताकर भाजपा नेता ने दी ये सलाह, पढ़ें

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नई दिल्ली: विपक्षी नेता गुरनाम सिंह चढूनी भी दिल्ली संघु बॉर्डर पर पूरी ताकत के साथ धरना दे रहे हैं और खुद को किसान नेता बता रहे हैं लेकिन आज भाजपा नेता जवाहर यादव ने उन्हें आढ़ती बता दिया है और उन्हें सलाह दी है.

जवाहर यादव ने कहा - आढ़ती गुरनाम सिंह चढ़ुनी कांग्रेस के पूर्व सी॰एम॰ भूपिंदर सिंह हुड्डा और पंजाब के सी॰एम॰ कैप्टन अमरिंदर सिंह से ये क्यों नहीं पूछते जब हरियाणा के सी॰एम॰ मनोहर लाल खट्टर  9 फ़सलो को MSP पर ख़रीदते है तो हुड्डा जी आपने क्यों नहीं ख़रीदी और कैप्टन क्यों नहीं ख़रीद रहे ? कांग्रेस छलावा है ।
आपको बता दें क़ि कृषि कानून के विरोध में पिछले 26 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है, इन सबके बीच आयकर विभाग ने पंजाब के पटियाला में मालदार आढ़तियों के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसको लेकर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने आपत्ति जताई है. मिली जानकारी के मुताबिक, छापेमारी करने पहुँची आयकर विभाग टीम को सुरक्षा देने के लिए सीआरपीएफ जवान भी मौजूद थे.

आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी पर आपत्ति जाहिर करते हुए किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जो लोग हमारी मदद कर रहे हैं, सरकार उनको परेशान कर रही है. चढूनी ने कहा की आयकर विभाग ने पंजाब और हरियाणा में आढ़तियों पर छापेमारी की है, आगे बड़ी कार्यवाही की तैयारी कर रहे हैं.

गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जो हमारी मदद कर रहे हैं, चाहे आढ़ती हों, चाहे या चाहे ट्रांसपोर्टर या अन्य वर्ग के लोग, सरकार इनके खिलाफ कार्यवाही न करे, वरना हम कड़े एक्शन लेंगे। चढूनी ने कहा कि जो भी हमारी मदद कर रहा है वो आंदोलन का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि सरकार ओछी हरकत करना बंद कर दे, यानि आढ़तियों पर छापेमारी न करे.

गौरतलब है कि कृषि कानून को रद्द कराने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर 26 दिनों से किसानों का आंदोलन जारी है, केंद्र सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच अबतक 6 दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकल सका है, आंदोलनकारी किसान जहाँ कृषि कानून को किसान विरोधी बता रहे हैं तो वहीँ सरकार इस कानून को किसान हितैषी बता रही है. देखिये गुरनाम सिंह चढूनी का वीडियो - 

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