फरीदाबाद, 11 फ़रवरी: सोशल मीडिया, ट्विटर, फेसबुक पर जनता को नेताओं से संपर्क करने का माध्यम मिल जाता है, हरियाणा के लोग ट्विटर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और चीफ मिनिस्टर ऑफिस को टैग करके अपनी समस्या बताते हैं, कई बार CMO की तरफ से शिकायतकर्ताओं का मोबाइल नंबर माँगा जाता है - लेकिन कोई एक्शन नहीं होता।
जब भी आम लोग CMO को ट्वीट करते हैं तो जवाब में एक मैसेज आता है - कृपया अपना मोबाइल नंबर बताएं ताकि सम्बंधित विभाग आप से संपर्क कर सकें।
CMO से ऐसा जवाब पाकर लोग खुश हो जाते हैं और सोचते हैं कि CMO ने मोबाइल नंबर माँगा है जरूर हमारी समस्या का समाधान हो जाएगा लेकिन यह लोगों की गलतफहमी होती है क्योंकि CMO सिर्फ मोबाइल नंबर माँगा है, उस पर कोई एक्शन नहीं होता क्योंकि अफसर लोग CMO की बात मानते ही नहीं।
CMO से शिकायत करने से पहले आम लोग अफसरों और जिला प्रशासन को अपनी शिकायत बता चुके होते हैं, जब स्थानीय प्रशासन लोगों की समस्या का समाधान नहीं करता तभी लोग मुख्यमंत्री को अपनी समस्या बताते हैं, CMO भी शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर उन्हीं अफसरों को देता है, उन अफसरों के अंदर CMO या मुख्यमंत्री का कोई डर नहीं होता इसलिए वे कोई कार्यवाही नहीं करते, CMO की इस रवैये से जनता का मुख्यमंत्री पर से भी भरोसा उठ जाता है. लोग सरकार से भी नाराज हो जाते हैं और पिछले हरियाणा चुनाव में इसी वजह से भाजपा को बहुमत नहीं मिला। CMO को थोड़ा सख्त होना होगा वरना मुख्यमंत्री की लोकप्रियता गिरती रहेगी।
Yah baat sahi h Niche ka prashashan.sunwayi nhi krta h na He upri vibhag sab dikhawati h
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