फरीदाबाद, 10 अक्टूबर: पूर्व कांग्रेस मंत्री ऐसी चौधरी जो सीमा त्रिखा के खिलाफ चुनाव लड़कर उन्हें हराना चाहते थे, कल वह सीमा त्रिखा को ही चुनाव जितवाने के लिए भाजपा में शामिल हो गए। कुछ लोग कह रहे हैं कि ऐसी चौधरी के भाजपा में आने से सीमा त्रिखा को फायदा होगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं होगा।
हर कोई जानता है कि ऐसी चौधरी कांग्रेस से नाराज होकर भाजपा में आये हैं, हर कोई जानता है कि अगर ऐसी चौधरी को कांग्रेस टिकट मिल जाती तो ये सीमा त्रिखा के खिलाफ चुनाव लड़ते और उनके कामकाज पर सवाल उठाते और उन्हें हराने के लिए पूरी ताकत लगा देते।
लोग कह रहे हैं कि ऐसी चौधरी की पंजाबी वोटों पर पकड़ है और अब वो वोट सीमा त्रिखा की तरफ शिफ्ट हो जाएंगे लेकिन जनता बहुत समझदार है। कोई भी नेता किसी भी वोटर के वोट का ठेकेदार नहीं है। जनता विधायिका के पिछले कामकाज के आधार पर ही वोट देगी। जनता किसी के कहने से वोट नहीं देने वाली।
ऐसी चौधरी के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने अपना राजनीतिक कैरियर भी क़रीब करीब समाप्त कर लिया है, ऐसा ही कदम बल्लभगढ़ में शारदा राठौर ने उठाया था लेकिन आज वो किसी काम की नहीं रही, अगर उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा ना दिया होगा तो उनका बल्लभगढ़ की विधायक बनना तय था और वह मंत्री भी मन सकती थीं लेकिन आज वह सिर्फ मंच की शोभा बढ़ा रही हैं। ऐसी चौधरी अगर कांग्रेस में रहते और कांग्रेस की सरकार बनती तो उनका मान सम्मान भी बरकरार रहता और कोई पद भी मिल जाता लेकिन भाजपा में वह सिर्फ नाम के नेता रहेंगे। यहाँ के नेता पहले ही बड़े पदों के लिए तरस रहे हैं ऐसे में ऐसी चौधरी वेटिंग लिस्ट में रहेंगे। अच्छा लगे या बुरा लेकिन भाजपा ऐसी चौधरी को आम की तरह चूसकर चुनाव बाद फेंक देंगे या उन्हें उनके हाल पर छोड़ देंगे।
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