फरीदाबाद, 10 अक्टूबर: भाजपा में वैसे तो एक बार चुनाव हारने के बाद दूसरा मौका मुश्किल से मिलता है लेकिन भाजपा की नयनपाल रावत पर ख़ास मेहरबानी रही, उन्हें दो बार टिकट दी गयी लेकिन नयनपाल रावत की दोनों बार हार हुई, इस बार नयनपाल रावत को टिकट नहीं मिली तो वह बागी बन गए और अपनी ही पार्टी के खिलाफ अनाप शनाप बयानबाजी करने लगे। वह पृथला विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करके नयनपाल रावत मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर की आँखों में खटक गए हैं। कल मोहना अनाज मंडी में आयोजित रैली में मुख्यमंत्री ने नयनपाल को मतलबी इंसान बता दिया।
उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ नेता और कार्यकर्ता हर प्रकार के होते हैं, नेता वो भी होते हैं जिनकी मन की इक्षा पूरी हो जाए तो भी खुश, पूरी ना हो तो भी खुश, ऐसे नेता बहुत अच्छे नेता होते हैं।
कुछ नेता वो भी होते हैं जिनकी इक्षा पूरी हो जाए तो नजदीक खड़े रहते हैं लेकिन इक्षा पूरी नहीं होती तो बगावत का झंडा खड़ा कर लेते हैं. आपके यहाँ एक नेता ऐसा भी था हमारा, जब टिकट मिला और इक्षा पूरी हुई तो साथ खड़े रहे और आज इक्षा पूरी नहीं हुई तो बागी बनकर खड़े हो गए।
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