फरीदाबाद: फरीदाबाद NIT जोन के पुलिस उपायुक्त विक्रम कपूर की आत्महत्या पर अभी तक लोग यकीन नहीं कर पा रहे हैं हालाँकि अब उनका अंतिम संस्कार भी हो चुका है. दोषी इंस्पेक्टर और उसके साथी पर मुकदमा भी दर्ज हो चुका है और उनकी गिरफ्तारी भी हो चुकी है लेकिन सच शायद ही किसी को पता चले क्योंकि सच सामने आने पर पुलिस महकमे की बदनामी हो सकती है.
अगर बात करें सुसाइड नोट की तो सुसाइड नोट भी अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, सुसाइड नोट का पूरा मैटर तो अभी तक नहीं मिला है लेकिन ऊपर की लाइन में DCP विक्रम कपूर ने लिखा था - I am doing this due to ABDUL, Abdul Inspector, He was Blackmailing - Vikram. विक्रम कपूर ने अंग्रेजी में ये सुसाइड नोट लिखा था.
इस नोट का जिक्र डीसीपी के बेटे ने पुलिस दी शिकायत में किया है। डीसीपी के बेटे अर्जुन कपूर ने शिकायत में कहा कि उनके पिता को पिछले डेढ़ महीने से इंस्पेक्टर अब्दुल शाहिद (एसएचओ भूपानी) व सतीश मलिक मानसिक तौर पर तंग कर रहे थे। दोनों आरोपी कोई झूठा इल्जाम लगा रहे थे, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाए। उन्होंने सुबह 6 बजे अपनी सरकारी पिस्टल से मुंह की नोक मुंह में घुसाकर गोली चला दी, गोली उनकी खोपड़ी के पार निकल गयी.
पुलिस ने सेक्टर-31 थाने में आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है. देखिये FIR की कॉपी.
अगर बात करें सुसाइड नोट की तो सुसाइड नोट भी अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, सुसाइड नोट का पूरा मैटर तो अभी तक नहीं मिला है लेकिन ऊपर की लाइन में DCP विक्रम कपूर ने लिखा था - I am doing this due to ABDUL, Abdul Inspector, He was Blackmailing - Vikram. विक्रम कपूर ने अंग्रेजी में ये सुसाइड नोट लिखा था.
इस नोट का जिक्र डीसीपी के बेटे ने पुलिस दी शिकायत में किया है। डीसीपी के बेटे अर्जुन कपूर ने शिकायत में कहा कि उनके पिता को पिछले डेढ़ महीने से इंस्पेक्टर अब्दुल शाहिद (एसएचओ भूपानी) व सतीश मलिक मानसिक तौर पर तंग कर रहे थे। दोनों आरोपी कोई झूठा इल्जाम लगा रहे थे, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर पाए। उन्होंने सुबह 6 बजे अपनी सरकारी पिस्टल से मुंह की नोक मुंह में घुसाकर गोली चला दी, गोली उनकी खोपड़ी के पार निकल गयी.
पुलिस ने सेक्टर-31 थाने में आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है. देखिये FIR की कॉपी.
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