फरीदाबाद: कुछ वर्ष पहले गैंगरेप की एक वारदात ने पूरे शहर में हलचल पैदा कर दी थी, आरोपियों ने बचने के लिए बहुत हाथ-पाँव मारे, कुछ भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के सहयोग से आरोपियों ने बचने की हर संभव कोशिश की लेकिन आज फरीदाबाद कोर्ट ने आरोपियों को दोषी करार दिया है और 15 जुलाई को सजा सुनाने की तारीख तय की है.
क्या था मामला
पीडिता जो कि फरीदाबाद की रहने वाली है जिसके साथ मथुरा-वृंदावन में अक्टूबर 2015 को सामूहिक बलात्कार किया गया गया जिसमें रामपाल और परवीन मुख्य रूप से आरोपी थे।
पीडिता द्वारा लगाए गए आरोप के अनुसार - इस शर्मनाक वारदात का आरोपियों ने एमएमएस बनाकर पीडिता और उसकी नाबालिक बेटियों को दिखाना शुरू कर दिया था और बाद में धमकी देने लगे कि अगर उसने मामला वापिस नहीं लिया तो जो उसके साथ किया है वही उसकी नाबालिक बेटियों के साथ करेंगे।
उक्त आरोपियों ने पीडिता की नाबालिग लडकियों के साथ छेडछाड करने और अश्लील विडियो दिखाकर केस वापिस लेने की धमकी देते रहे। इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन से लडते लडते काफी दिन महीन बितने लगे जब जाकर पीडि़ता ने इच्छा मृत्यु की गुहार लगई थी.
पीडिता के अनुसार फरीदाबाद पुलिस के कुछ भ्रष्ट पुलिस कर्मियों ने आरोपियों की बचाने की काफी कोशिश की, जब पीडिता को न्याय नहीं मिला जब जाकर पीडिता ने मीडिया से इस न्याय की लडाई में मदद की गुहार लगाई थी.
मीडिया ने जब इस मामले को उठाया तो पुलिस पर भी दबाव पड़ा और आरोपियों को अरेस्ट किया गया. आज उन आरोपियों को नरेन्द्र शर्मा की अदालत ने दोषी करार कर दिया है जिसकी सजा की तारीख 15 जुलाई को सुनाई जाएगी।
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