नई दिल्ली: दिल्ली के मुख़र्जी नगर थाने के सिपाहियों ने 16 जून को एक सिख ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह और उसके बेटे की पिटाई की थी, सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुआ है, उससे पहले सरबजीत सिंह ने तलवार से एक पुलिसकर्मी पर वार किया, उसके सर में चोटें आयीं -
वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी की चोट नहीं दिख पायी लेकिन सरबजीत को पीटते हुए वीडियो वायरल हो गयी जिसकी वजह से देशवासियों का गुस्सा भड़क गया और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गयी. दिल्ली पुलिस ने तुरंत पिटाई करने वाले तीन पुलिसकर्मियों - ASI संजय मलिक, ASI देवेंदर, कांस्टेबल पुष्पेन्द्र को सस्पेंड कर दिया.
अब ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह के बारे में भी कई खुलासे हो रहे हैं, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक जांच रिपोर्ट तैयार की है जिसमें मुख़र्जी नगर थाने के पुलिसकर्मियों को पिटाई का दोषी पाया है लेकिन सरबजीत सिंह के बारे में भी जांच पड़ताल की गयी है. सरबजीत के खिलाफ पहले भी 4 FIR दर्ज हो चुकी हैं.
एक मामले में सरबजीत सिंह ने गुरुद्वारा बँगला साहिब के सेवादार का हाथ तोड़ दिया था जिसके खिलाफ FIR दर्ज करवाई गयी थी.
क्या है पुलिस की रिपोर्ट
इस रिपोर्ट में जो सबसे चौंकाने वाली चीज़ है वो है टेम्पो चालक सरबजीत का हिंसक इतिहास. रिपोर्ट में बताया गया है कि सरबजीत काफी हिंसक प्रवृति का है. उसके खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग थानों में पहले से ही चार केस दर्ज है और वो तीन बार जेल भी जा चुका है. पुलिस की फाइलों में दर्ज सरबजीत का आपराधिक इतिहास कुछ इस तरह है. 2019 में ही इसने गुरूद्वारे के कर्मचारी से मारपीट की थी. गुस्से में इसने एक सेवादार का हाथ तोड़ दिया था. पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में एफआईआर दर्ज हुई लेकिन एमएलसी रिपोर्ट ना आने की वजह से इसको थाने से ही ज़मानत मिल गई थी.
वहीं, सरबजीत पर 2006, 2011 और 2013 में बुराड़ी, तिमारपुर इलाके में शांति भंग करने के तीन मामले दर्ज हुए. ऐहतियाती धाराओं (107/151) में ये जेल रहकर आया. इन मुकदमों से पता चलता है कि ये बेहद हिंसक किस्म का इंसान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे ही मुखर्जी नगर में पुलिस से बहस हुई लेकिन जब इसे काबू करने की कोशिश हुई तो इसने बेहद भयंकर तरीके से एक एएसआई के सर पर तलवार से जानलेवा हमला किया. जिससे एएसआई योगराज को कई टांके आए.
कुछ लोग कर रहे समर्थन, कुछ लोग विरोध
इस मामले के बाद सिख संगठनों ने सरबजीत का समर्थन किया जबकि भाजपा नेता तजिंदर बग्गा खामोश नगर आये. कल तजिंदर बग्गा ने अपनी ख़ामोशी तोड़ी और इस मामले में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा - जो मित्र 3 दिन से मुझ से सवाल पूछ रहे थे मैंने सरबजीत को सपोर्ट क्यों नही किया आज उनको शायद जवाब मिल गया होगा।सरबजीत पर मारपीट के 3 FIR निकली है,जिसमे एक केस गुरुद्वारा बंगला साहिब के सेवादार के हाथ तोड़ने का है।कृपया हर चीज को धर्म के चश्मे से देखना बन्द करे,सच के साथ खड़े हो.
नीचे वायरल 16 जून का है, पहले सरबजीत ने तलवार निकालकर पुलिसवालों को दौड़ाया, उसके बाद दिल्ली के मुख़र्जी नगर थाने के बाहर ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह और उसके नाबालिक बेटे बलवंत सिंह पर दर्जनों पुलिस वाले डंडे बरसाते दिखे, यही नहीं ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह को नीचे गिराकर उसे लातों से मारा गया, उसे घसीटा गया. उसके बाद थाने के अन्दर ले जाकर उसकी पिटाई की गयी जिसकी फोटो वायरल हुई -
वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी की चोट नहीं दिख पायी लेकिन सरबजीत को पीटते हुए वीडियो वायरल हो गयी जिसकी वजह से देशवासियों का गुस्सा भड़क गया और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गयी. दिल्ली पुलिस ने तुरंत पिटाई करने वाले तीन पुलिसकर्मियों - ASI संजय मलिक, ASI देवेंदर, कांस्टेबल पुष्पेन्द्र को सस्पेंड कर दिया.
अब ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह के बारे में भी कई खुलासे हो रहे हैं, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक जांच रिपोर्ट तैयार की है जिसमें मुख़र्जी नगर थाने के पुलिसकर्मियों को पिटाई का दोषी पाया है लेकिन सरबजीत सिंह के बारे में भी जांच पड़ताल की गयी है. सरबजीत के खिलाफ पहले भी 4 FIR दर्ज हो चुकी हैं.
एक मामले में सरबजीत सिंह ने गुरुद्वारा बँगला साहिब के सेवादार का हाथ तोड़ दिया था जिसके खिलाफ FIR दर्ज करवाई गयी थी.
क्या है पुलिस की रिपोर्ट
इस रिपोर्ट में जो सबसे चौंकाने वाली चीज़ है वो है टेम्पो चालक सरबजीत का हिंसक इतिहास. रिपोर्ट में बताया गया है कि सरबजीत काफी हिंसक प्रवृति का है. उसके खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग थानों में पहले से ही चार केस दर्ज है और वो तीन बार जेल भी जा चुका है. पुलिस की फाइलों में दर्ज सरबजीत का आपराधिक इतिहास कुछ इस तरह है. 2019 में ही इसने गुरूद्वारे के कर्मचारी से मारपीट की थी. गुस्से में इसने एक सेवादार का हाथ तोड़ दिया था. पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में एफआईआर दर्ज हुई लेकिन एमएलसी रिपोर्ट ना आने की वजह से इसको थाने से ही ज़मानत मिल गई थी.
वहीं, सरबजीत पर 2006, 2011 और 2013 में बुराड़ी, तिमारपुर इलाके में शांति भंग करने के तीन मामले दर्ज हुए. ऐहतियाती धाराओं (107/151) में ये जेल रहकर आया. इन मुकदमों से पता चलता है कि ये बेहद हिंसक किस्म का इंसान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे ही मुखर्जी नगर में पुलिस से बहस हुई लेकिन जब इसे काबू करने की कोशिश हुई तो इसने बेहद भयंकर तरीके से एक एएसआई के सर पर तलवार से जानलेवा हमला किया. जिससे एएसआई योगराज को कई टांके आए.
कुछ लोग कर रहे समर्थन, कुछ लोग विरोध
इस मामले के बाद सिख संगठनों ने सरबजीत का समर्थन किया जबकि भाजपा नेता तजिंदर बग्गा खामोश नगर आये. कल तजिंदर बग्गा ने अपनी ख़ामोशी तोड़ी और इस मामले में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा - जो मित्र 3 दिन से मुझ से सवाल पूछ रहे थे मैंने सरबजीत को सपोर्ट क्यों नही किया आज उनको शायद जवाब मिल गया होगा।सरबजीत पर मारपीट के 3 FIR निकली है,जिसमे एक केस गुरुद्वारा बंगला साहिब के सेवादार के हाथ तोड़ने का है।कृपया हर चीज को धर्म के चश्मे से देखना बन्द करे,सच के साथ खड़े हो.
नीचे वायरल 16 जून का है, पहले सरबजीत ने तलवार निकालकर पुलिसवालों को दौड़ाया, उसके बाद दिल्ली के मुख़र्जी नगर थाने के बाहर ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह और उसके नाबालिक बेटे बलवंत सिंह पर दर्जनों पुलिस वाले डंडे बरसाते दिखे, यही नहीं ऑटो ड्राईवर सरबजीत सिंह को नीचे गिराकर उसे लातों से मारा गया, उसे घसीटा गया. उसके बाद थाने के अन्दर ले जाकर उसकी पिटाई की गयी जिसकी फोटो वायरल हुई -
उसके बाद सादी ड्रेस में दिख रहे एक पुलिसवाले ने पीछे से सरबजीत सिंह को पकड़ लिया और उसके पास चाकू छीनकर उसे नीचे गिराकर पिटाई की जाने लगी. यह वीडियो पूरे देश में वायरल हो गया -

इस मामले पर लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया है - कुछ लोग कह रहे हैं कि ऑटो ड्राईवर को तलवार नहीं निकालनी चाहिए थी, पुलिसवालों पर हमला नहीं करना चाहिए था, ASI के सर में तलवार नहीं मारनी चाहिए थी तो कुछ लोग कह रहे हैं कि पुलिसवालों ने सरबजीत सिंह को रोड पर पीटकर सही नहीं किया.
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