फरीदाबाद: पूर्व सांसद अवतार भड़ाना के लिए रास्ते मुश्किल होते जा रहे हैं, पहले ऐसा लगता था कि उन्हें कांग्रेस का टिकट मिल जाएगा लेकिन जातिगत और धार्मिक समीकरण उनके पक्ष में फिट नहीं बैठ रहे हैं, अगर उन्हें टिकट मिली तो कांग्रेस के लिए आत्मघाती कदम होगा लेकिन अगर किसी जाट नेता या अन्य को टिकट मिली तो कड़ी टक्कर संभव है.
अवतार भडाना के लिए निगेटिव बात ये है कि उन्हें कई कांग्रेसी नेताओं का ही समर्थन नहीं मिल रहा है, दल बदलने की आदत की वजह से कांग्रेसी कार्यकर्ता उनसे नाराज हो चुके हैं, अगर उन्हें टिकट मिल भी गयी तो कार्यकर्ता नहीं मिलेंगे, कार्यकर्ता खड़े करने के लिए अवतार भडाना को बहुत खर्चा-बर्चा करना पड़ेगा लेकिन उनके पास इतना समय भी नहीं है.
अगर करण दलाल को टिकट मिली तो जाट, मुस्लिम, दलित वोट कांग्रेस के पक्ष में जाएंगे और भाजपा को कड़ी टक्कर मिलेगी. महेंद्र प्रताप का भी ख़ास जनाधार नहीं है, इसी तरह से ललित नागर की चर्चा है लेकिन तिगांव छोड़कर उनका भी पूरे जिले में जनाधार नहीं है. अगर जनाधार देखा जाए तो करण दलाल सबसे मजबूत कांग्रेस उम्मीदवार हैं.
अब सवाल यह है कि अगर अवतार भडाना को कांग्रेस की टिकट ना मिली तो वे क्या करेंगे, फरीदाबाद का सांसद बनने के लिए वे भाजपा विधायक का पद छोड़कर आये हैं, यहाँ चुनाव लड़ने के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं, अगर जरूरी हुआ तो वे फिर दल बदल सकते हैं लेकिन अब वे किस दल में जाएंगे, इनेलो में वह जा चुके हैं, भाजपा में भी जा चुके हैं, बसपा ने अपना उम्मीदवार उतार दिया है, अब सिर्फ दो पार्टियाँ बच रही हैं - जजपा और आप. जजपा नई पार्टी है और उसनें कुछ जनाधार बनाया है. आप का फरीदाबाद में कोई जनाधार नहीं है, तो जजपा ही अवतार भडाना के लिए सबसे अच्छा विकल्प होगी. जजपा ने अभी अपना उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है, वह भी अवतार भडाना को टिकट ना मिलने का इन्तजार कर रही है, देखते हैं आगे क्या होता है.
Aapke editor ki kalam bjp favourable policy likhti h janab. News paroseye bhai sahab bhram nhi.....
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