फरीदाबाद: अरावली के जंगल और पहाड़ फरीदाबाद एवं एनसीआर के करोड़ों लोगों को प्रदूषण से बचाते हैं लेकिन हरियाणा सरकार अरावली के पहाड़ की सर्जिकल स्ट्राइक करके वहां पर निर्माण की परमिशन देना चाहती थी लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक कर दी और उसे जमकर फटकार लगाई.
सुप्रीम कोर्ट ने मनोहर लाल सरकार के गाल पर तमाचा मारा है और करोड़ों लोगों को प्रदूषण से बचाया है। ये कहना है बार एसोशिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के प्रधान एल एन पाराशर का जिन्हे फरीदाबाद कोर्ट में लड्डू बाँट खुशी जाहिर की। पाराशर ने कहा कि हाल में विधानसभा में मनोहर लाल ने एक खतरनाक बिल पास किया था जिसके बाद अरावली पर बड़े बड़े निर्माण कर वन क्षेत्र को तवाह करने की तैयारी थी लेकिन शुक्रवार सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को फटकार लगाईं और कहा कि सरकार कोर्ट के आदेशों के खिलाफ नया कानून लागू करने की कोशिश ना करें। अगर ऐसी हिमाकत करेंगे, तो आपके खिलाफ अवमानना का मामला चलेगा। सुप्रिम कोर्ट के इस फैसले पर पाराशर ने खुशी जताते हुए कहा कि ये फैसला फरीदाबाद, दिल्ली और गुरुग्राम की जनता के हक़ में है जबकि माफिया लोग इस फैसले से खुश नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने विधानसभा में जो बिल पास करवाया था। उससे अरावली की हरियाली नष्ट हो जाएगी। इससे रेगीस्तान की तरफ से आने वाली धूल भरी आंधियों से दिल्ली सहित गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा का बचाव करना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार ने अरावली के आस पास के शहरों में रहने वालों के बारे में कुछ नहीं सोंचा। सिर्फ माफियाओं के बारे में सोंचा और आज सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया वो बहुत ही अच्छा है। पाराशर ने कहा कि खट्टर सरकार ने फरीदाबाद के लगभग डेढ़ सौ फ़ार्म हॉउस के मालिकों को बचाने का प्रयास किया और एन्क्लेव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को एक तरह से आइना दिखाने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा ने खोट न होता तो कांत एन्क्लेव अब तक ढहा दिया गया होता। उन्होंने कहा कि सरकार और फरीदाबाद नगर निगम गरीबों के आशियाने तो तुरंत ढहा देती है। बड़े लोगों को बचाने के लिए विधानसभा में बिल पास करवाती है जो सरकार का एक गलत कदम है। उन्होंने कहा कि अरावली को बचाने के लिए मेरी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अब मेरा प्रयास होगा कि अरावली पर जितने भी अवैध फ़ार्म हॉउस बने हैं सब ढहाए जायें चाहे वो नेता के हों या अधिकारी के या किसी भूमाफिया के, किसी को न बख्शा जाए।
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