सूरजकुंड (फरीदाबाद), 10 फरवरी। 33वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में रविवार की शाम कथक नृत्यांगना अनु सिन्हा के नाम रही। विश्व स्तरीय ख्याती प्राप्त देश की अग्रिम पंक्ति की कथक नृत्यांगना जयपुर राजघराने से संबंध रखतीं है।
कथक नृत्यांगना अनु सिन्हा ने रविवार को प्रमुख चौपाल में संगीत के नए प्रयोगों तथा कल्पनाओं के माध्यम से ठुमरी और भजन गायन की रचनाएं प्रस्तुत की। उन्होंने कविताओं-गीतों को कलात्मक व विलक्षण ढंग़ से नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। देश व विदेश में अनेक कार्यक्रम कर चुकी अनु सिन्हा संगीत, नृत्य समारोह, खजुराहो संगीत समारोह, बुद्धा महोत्सव, पावस महोत्सव, ताज महोत्सव, इंडियन डांस फैस्टिवल जैसे प्रतिष्ठिïत कार्यक्रमों में नृत्य के माध्यम से अपनी विशेष पहचान बनाई हैं।
अनु सिन्हा ने तमिलनाडू, मुंबई, दिल्ली, आगरा, छत्तीसगढ, पूणे, बिहार तथा भोपाल के विशेष एवं महत्वपूर्ण आयोजनों व कार्यक्रमों में कथक नृत्य प्रस्तुत करके अपनी अनूठी पहचान बनाई है। उन्होंने कथक नृत्य का प्रचार एवं प्रसार करने के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र भी खोल रखा है। इस प्रशिक्षण केंद्र में लगभग आठ सौ से अधिक अलग-अलग आयु वर्ग के लोग कथक नृत्य का विधिवत प्रशिक्षण ले रहे हैं।
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