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अवतार भड़ाना हुए कांग्रेस में शामिल लेकिन फरीदाबाद की जनता शायद ही देगी दलबदलू को वोट, पढ़ें

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फरीदाबाद: फरीदाबाद के पूर्व सांसद और दलबदलू नेता अवतार भड़ाना ने आज फिर से कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया, उन्होंने मीरपुर भाजपा विधायक पद से इस्तीफ़ा दे दिया, वह काफी समय से भाजपा के खिलाफ बगावती सुर निकाल रहे थे, आज उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी का फिर से दामन थाम लिया. 

आपको बता दें कि अवतार भड़ाना फरीदाबाद से कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन सवाल यह है कि क्या फरीदाबाद की जनता एक महा-दलबदलू नेता को वोट देगी. जिस प्रकार से गिरगिट रंग बदलते हैं उसी तरह से अवतार भड़ाना पार्टी बदलते हैं. इससे पहले उन्होंने इनेलो का दामन थामा, उसके बाद भाजपा का थामन थामा और अब फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए.

अवतार भड़ाना एक बार फिर से फरीदाबाद का सांसद बनने के सपना देख रहे हैं लेकिन मौजूदा समय में फरीदाबाद की जनता समझदारी से वोट देती है, दलबदलुओं को अच्छी तरह से पहचानती है, फरीदाबाद की जनता जानती है कि अवतार भडाना सिर्फ सत्ता की राजनीति करते हैं और सत्ता में रहना चाहते हैं, इसीलिए 2014 लोकसभा चुनाव हारने के बाद उन्होंने पहले इनेलो का दामन थामा लेकिन जब इनेलो विधानसभा चुनाव हार गयी तो उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और मीरपुर से चुनाव लड़कर भाजपा विधायक बन गए.

अब अवतार भडाना सोच रहे हैं कि प्रियंका वाड्रा के आने के बाद कांग्रेस थोडा मजबूत हुई है और फरीदाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस की जीत हो सकती है, इसीलिए उन्होंने झट से कांग्रेस का दामन थाम लिया लेकिन फरीदाबाद की समझदार जनता अगले चुनाव में समझदारी से वोट देगी, अब जनता इमानदार और पढ़े लिखे नेताओं को वोट देगी, अवतार भडाना पहले भी 10-12 वर्षों तक फरीदाबाद के सांसद रहे हैं लेकिन फरीदाबाद के इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई विकास नहीं हुआ. जनता ने उनका विकास देखा है, किस तरह से उनके राज में सभी सड़कों पर गड्ढे रहते थे, पूरा शहर बेहाल था, अरावली का चीरहरण जोरों पर था, इसलिए 2019 में वोट देने से पहले जनता द्वारा नेताओं के पहले का हिसाब किताब जरूर देखा जाएगा. 

खैर अब फरीदाबाद की राजनीतिक लड़ाई दिलचस्प होने वाली है, 2014 में अवतार भडाना के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर थी, जनता उनके कामों से बहुत नाराज थी इसलिए कृष्णपाल गुर्जर को करीब 5 लाख वोटों से जिताया था और अवतार भडाना की जमानत जब्त करवा दी थी, अब 2019 में देखा जाएगा कि जनता उनके पुराने काम-काज को भूल गयी या अभी भी याद है, अगर जनता की याददास्त तेज हुई तो अवतार भडाना का कांग्रेस में आना सफल नहीं होगा और उनका राजनैतिक कैरियर भी चौपट हो जाएगा. अगर जनता समझदार निकली तो अवतार भड़ाना ना घर के रहेंगे और ना घाट के रहेंगे.
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