हिसार: कुछ ख़बरें पढ़कर हमारे मन में ख्याल आता है कि इंसानियत आज भी जिन्दा है. एक खबर हम हिसार की बता रहे हैं जो नवम्बर 2018 की है लेकिन इसे पढ़कर लोगों को प्रेरणा जरूर मिलेगी और मुसीबत में फंसे लोगों की जान बचाई जा सकेगी.
यह मामला 11 नवम्बर 2018 का है, लीलाधर गुर्जर नामका 50 वर्षीय अधेड़ पुरुष पंजाब से लौटा था. लीलाधर को कई बार दौरे पड़ते थे, हिसार स्टेशन पर भी उसे दौरा पड़ा और बेहोश हो गया.
इसके बाद वहां पर समाजसेवी सुमन जो नर्स का काम करती हैं, वहां पर आयीं. उन्होंने देखा कि हिसार के प्लेटफार्म नंबर 5 पर बढ़ी दाढ़ी, मैले कुचैले कपड़ों में भिखारी सा दिखने वाला अधेड़ पुरुष अचेत अवस्था में पड़ा था, बदन से बदबू आ रही थी, कोई पास जाने को तैयार नहीं थी, धडकनें थम चुकी थीं, मुंह से खून और झाग आ रहे थे.
सुमन ने पहले एम्बुलेंस को फोन किया. उन्होंने देखा कि लीलाधर की साँसें चलना बंद हो रही हैं और उसकी जान जा सकती है तो उन्होंने तुरंत लीलाधर को CPR लगाया और उसे मुंह से ऑक्सीजन देना शुरू किया. उसके बाद एम्बुलेंस आ गयी तो वह मुंह से लीलाधर को ऑक्सीजन देते हुए अस्पताल पहुंची और उसकी जान बचाई.
सुमन ने बताया कि वह मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करती हैं इसीलिए उनका नाम सुमन समाजसेविका पड़ गया है. वह लीलाधर को भी नहीं जानती थीं, जब उन्होंने लीलाधर को ऑक्सीजन देना शुरू किया तो उसके मुंह से काफी बदबू भी आ रही थी लेकिन इंसानियत के नाते उन्होंने उसे ऑक्सीजन दी और उसकी जान बचाई.
सुमन ने बताया कि उन्होंने कई दिनों तक लीलाधर का अस्पताल में ख्याल रखा, लीलाधर को तीन दिनों तक होश नहीं आया, उसके घर वालों का पता नहीं था, उन्होंने पुलिस के सवालों का भी सामना किया, बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर उसकी फोटो डाली तो पता चला कि लीलाधर गुर्जर झुंझुनू के तातीजा गांव का रहने वाला है. सुमन ने लीलाधर को उसके घर पहुंचाया. रीड लीलाधर के घर वाले बहुत खुश हुए और सुमन को दुआएं दी.
लीलाधर गुर्जर आज सही सलामत है और अपना सामान्य जीवन जी रहे हैं. उन्हें जीवनदान देकर सुमन समाजसेविका ने इंसानियत की मिसाल पेश की है. उनसे प्रेरणा लेकर कई लोग समाज सेवा के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं और मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करते हैं.
सुमन के बारे में कुछ जानकारी
सुमन पेशे से नर्स हैं. वह हमेशा समाज सेवा करती रहती हैं और अपने साथ फर्स्ट एड किट भी रखती हैं. अब तक वह करीब 12 लोगों की जान बचा चुकी हैंं. वह जिसे भी मुसीबत में देखती हैं तुरंत उसकी मदद के लिए सामने आ जाती हैं. हिसार में कमला नगर में किराए का मकान में रहती हैंं.
लीलाधर गुर्जर आज सही सलामत है और अपना सामान्य जीवन जी रहे हैं. उन्हें जीवनदान देकर सुमन समाजसेविका ने इंसानियत की मिसाल पेश की है. उनसे प्रेरणा लेकर कई लोग समाज सेवा के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं और मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करते हैं.
सुमन के बारे में कुछ जानकारी
सुमन पेशे से नर्स हैं. वह हमेशा समाज सेवा करती रहती हैं और अपने साथ फर्स्ट एड किट भी रखती हैं. अब तक वह करीब 12 लोगों की जान बचा चुकी हैंं. वह जिसे भी मुसीबत में देखती हैं तुरंत उसकी मदद के लिए सामने आ जाती हैं. हिसार में कमला नगर में किराए का मकान में रहती हैंं.
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