फरीदाबाद: पुलिस के बारे में सोशल मीडिया पर काफी लोग नकारात्मक लिखते रहते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि सोशल मीडिया पर पुलिस अपने कामकाज की रिपोर्ट शेयर नहीं करती लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले में बहुत एक्टिव है. उत्तर प्रदेश के सभी शहरों की पुलिस सोशल मीडिया पर अन्य राज्यों की पुलिस से एक्टिव है और अपने कामकाज की हर जानकारी को ट्विटर/फेसबुक पेज पर पोस्ट करती है.
नॉएडा पुलिस उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों से आगे हैं लेकिन अगर फरीदाबाद पुलिस की तुलना करें तो फरीदाबाद पुलिस सोशल मीडिया पर नॉएडा पुलिस से काफी पीछे है. अगर आज 1 दिसम्बर की बात करें तो अब तक नॉएडा पुलिस के अपराध और ट्रैफिक व्यवस्था से सम्बंधित 10 ट्वीट/पोस्ट ट्विटर/फेसबुक पर शेयर किये जा चुके हैं लेकिन फरीदाबाद पुलिस का एक भी ट्वीट/पोस्ट नहीं आया. अगर आप ट्विटर पर देखेगें तो पूर्व पुलिस कमिश्नर अमिताभ सिंह ढिल्लों की फोटो अभी भी प्रोफाइल फोटो में लगी है जबकि फरीदाबाद में नए पुलिस कमिश्नर को आये एक हप्ते से ऊपर हो चुका है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद शहर के नागरिक जिस तरह से अपराध की ख़बरें पढ़ते हैं उसी तरह से पुलिस के अच्छे काम की भी ख़बरें पढ़ते हैं. फरीदाबाद पुलिस क्राइम ब्रांच के कुछ अधिकारी अपराधियों को पकड़ते ही मीडिया को प्रेस नोट भेजते हैं लेकिन अधिकतर क्राइम ब्रांच वाले ऐसा नहीं करते जिसकी वजह से शहर के लोगों को अपराध के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस का एक्शन नहीं दिखता, अगर सभी क्राइम ब्रांच वाले और थाना पुलिस अपराधियों को अरेस्ट करने के बाद उसका प्रेस नोट और फोटो सोशल मीडिया, ट्विटर/फेसबुक पर शेयर करें तो शहर के लोगों को अपराध के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस का एक्शन दिखेगा और पुलिस के प्रति नकारात्मक नजरिया पॉजिटिव में बदलेगा.
फरीदाबाद पुलिस के अधिकतर थानेदार अपने कामकाज की रिपोर्ट सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करते, ना ही प्रेस नोट भेजे जाते हैं, ना ही फरीदाबाद पुलिस के ट्विटर/फेसबुक पेज पर अपडेट किये जाते हैं. एक हप्ते में सिर्फ दो तीन कार्यवाही की जानकारी ही पोस्ट की जाती है जिसकी वजह से शहर के नागरिकों को पुलिस का 100 फ़ीसदी काम नहीं दिखता. अगर सभी थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच के द्वारा सभी मामलों में कार्यवाही का प्रेस नोट फरीदाबाद पुलिस के ट्विटर/फेसबुक पेज पर शेयर किया जाए तो फरीदाबाद पुलिस भी नॉएडा पुलिस की तरह एक्टिव दिख सकती है.
आप नॉएडा पुलिस या उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर की पुलिस के ट्विटर पेज पर देखेंगे तो पाएँगे हर अपराधी को अरेस्ट करने के बाद उसका प्रेस नोट फेसबुक/ट्विटर पेज पर शेयर किया जाता है लेकिन फरीदाबाद पुलिस के ट्विटर/फेसबुक पर कोई प्रेस नोट शेयर नहीं किया जाता, हो सकता है कि फरीदाबाद पुलिस के पास मैनपावर की कमीं हो या उनका इस तरफ ध्यान ना हो लेकिन अगर फरीदाबाद पुलिस इस तरफ ध्यान दे तो फरीदाबाद पुलिस की छवि को फायदा होगा और उसके काम की खबर फरीदाबाद के हर नागरिक तह पहुंचेगी और भ्रष्टाचार में भी कमीं आएगी.
अधिकतर थाना पुलिस FIR दर्ज करने या अपराधियों को पकड़ने के बाद उसकी जानकारी छुपाकर रखती है, कोर्ट में चुपचाप पेश कर दिया जाता है और मीडिया को इसकी खबर नहीं लगती जिसकी वजह से फरीदाबाद पुलिस के अच्छे काम की खबर जनता तक नहीं पहुँच पाती. फरीदाबाद पुलिस को इसपर ध्यान देना चाहिए और ऐसे सभी मामलों में प्रेस नोट जारी करना चाहिए, सभी थानों और क्राइम ब्रांच को आदेश देना चाहिए कि किसी भी केस में कार्यवाही के बाद उसका प्रेस नोट मीडिया को भेजा जाए और फरीदाबाद पुलिस के ट्विटर/फेसबुक पेज पर भी अपडेट किया जाए ताकि अगर किसी मीडिया कर्मी के पास प्रेस नोट ना पहुंचे तो सोशल मीडिया के जरिये उन तक प्रेस नोट पहुँच जाए.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद क्राइम ब्रांच के कुछ अधिकारी जैसे विमल कुमार, नवीन पाराशर, संदीप मोर, अनिल छिल्लर, (ट्रांसफर हुए - संदीप चहल, सत्येन्द्र रावल) मीडिया को अपने काम की जानकारी देते हैं जिसकी वजह से फरीदाबाद पुलिस की छवि में सुधार हुआ है वरना फरीदाबाद पुलिस की छवि बहुत नकारात्मक थी. अगर सभी अफसर ऐसा करें और सोशल मीडिया ट्विटर/फेसबुक पर भी प्रेस नोट शेयर किया जाएगा तो फरीदाबाद पुलिस को और फायदा होगा और फरीदाबाद पुलिस नॉएडा और गुरुग्राम पुलिस के जैसे एक्टिव दिखेगी.
सभी थानों में होना चाहिए फ़ास्ट इन्टरनेट सुविधा
हरियाणा पुलिस और सरकार को चाहिए कि सभी थानों/चौकियों और अपराध शाखाओं में फास्ट वाई-फाई की सुविधा दे ताकि पुलिसकर्मी इन्टरनेट का इस्तेमाल करके सोशल मीडिया पर प्रेस नोट/ फोटो, वीडियो पोस्ट कर सकें, कई लोग मुसीबत में व्हाट्स-अप या अन्य माध्यमों से पुलिस को सूचना देते हैं लेकिन फास्ट इन्टरनेट ना होने से पुलिस के पास सूचना नहीं पहुँच पाती जिसकी वजह से पुलिस मुसीबत में फंसे लोगों की मदद नहीं कर पाती. पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए FIR और दुर्गा शक्ति APP शुरू किया है लेकिन जब पुलिस थानों/चौकियों में इन्टरनेट ही नहीं होगा तो उनके पास इन APP से सूचना ही नहीं आ पाएगी. इसपर ध्यान देना बहुत जरूरी है.
सभी थानों में होना चाहिए फ़ास्ट इन्टरनेट सुविधा
हरियाणा पुलिस और सरकार को चाहिए कि सभी थानों/चौकियों और अपराध शाखाओं में फास्ट वाई-फाई की सुविधा दे ताकि पुलिसकर्मी इन्टरनेट का इस्तेमाल करके सोशल मीडिया पर प्रेस नोट/ फोटो, वीडियो पोस्ट कर सकें, कई लोग मुसीबत में व्हाट्स-अप या अन्य माध्यमों से पुलिस को सूचना देते हैं लेकिन फास्ट इन्टरनेट ना होने से पुलिस के पास सूचना नहीं पहुँच पाती जिसकी वजह से पुलिस मुसीबत में फंसे लोगों की मदद नहीं कर पाती. पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए FIR और दुर्गा शक्ति APP शुरू किया है लेकिन जब पुलिस थानों/चौकियों में इन्टरनेट ही नहीं होगा तो उनके पास इन APP से सूचना ही नहीं आ पाएगी. इसपर ध्यान देना बहुत जरूरी है.
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