फरीदाबाद: आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस, आप और इनेलो पार्टी ने पूरी ताकत लगा दी है लेकिन कई पार्टियों के मैदान में आने से सभी पार्टियों को नुकसान हो रहा है. आज फरीदाबाद में दो रैलियां थी, पहली रैली अरविन्द केजरीवाल की तिगांव अनाज मंडी में थी जबकि दूसरी रैली बल्लभगढ़ में अशोक तंवर की थी. दोनों ही रैलियां बुरी तरह से फेल रही हैं.
आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने फरीदाबाद की अब तक की सबसे बड़ी रैली आयोजित करने का दावा किया था और एक लाख लोगों के आने की उम्मीद की थी लेकिन रैली में सिर्फ 1000 लोग आये हालाँकि आप पार्टी के लोग 3000 लोगों के आने का दावा कर रहे हैं.
अशोक तंवर की रैली में भी 10000 से अधिक लोगों के जुटने का दावा किया था लेकिन लगभग 2000 लोग ही आये. पीछे की अधिकतर कुर्सियां खाली दिखीं.
बल्लबगढ़ में कांग्रेस रैली की बात करें तो इस रैली में जिले भर के अशोक तंवर गुट के कांग्रेसी नेताओं ने पूरा जोर लगा दिया था लेकिन उन्हें गुटबाजी मंहगी पड़ी और हमारी जानकारी के अनुसार रैली में लगी लगभग दो हजार कुर्सियां भी नहीं भर सकीं थीं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फरीदाबाद में कांग्रेस पार्टी के दो गुट हैं, एक हुड्डा ग्रुप और दूसरा तंवर ग्रुप, इस रैली का आयोजन तंवर ग्रुप के मनोज अग्रवाल ने किया था. उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंकी और चालाकी भी दिखाई लेकिन भीड़ जुटाने का उनका प्रयास व्यर्थ गया. उन्होंने बसों में भरकर लोगों को रैली स्थल पर लाया था और बसों को दशहरा मैदान में खड़ी करवा दिया था ताकि अशोक तंवर को पता ना चल सके कि रैली में के ख़ास वर्ग को लाया गया है लेकिन अशोक तंवर उनका खेल समझ गए और वास्तविक भीड़ ना आने से नाराज दिखे.
केजरीवाल और अशोक तंवर की रैलियां फेल होने का एक कारण यह भी है कि एक ही दिन दोनों की रैलियां थीं और रैली स्थल के बीच दूरी भी अधिक नहीं थी, केजरीवाल की रैली में अधिकतर लोग बल्लभगढ़ से ले जाए गए थे. पब्लिक के बंटने से दोनों पार्टियों को नुकसान हुआ लेकिन भाजपा वाले दोनों रैलियों को फेल देखकर खूब खुश हो रहे हैं और सोशल मीडिया पर दोनों ख़बरें खूब शेयर कर रहे हैं.
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