फरीदाबाद: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान वकील एल एन पाराशर की नजरें अब जिले के सहायक खनन अभियंता संजय सिम्भरवाल और उनकी टीम पर पड़ गयी हैं. उन्होंने खनन अभियंता पर खनन माफियाओं के साथ मिलीभगत करके जिले में जगह जगह खनन करवाने का आरोप लगाए हैं.
वकील पाराशर ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में हमने दर्जनों जगह अवैध खनन होते दिखाया है, जहाँ जहाँ हम खनन होते दिखाते हैं वहां FIR दर्ज कर ली जाती है लेकिन खानापूर्ति के लिए सिर्फ हल्की धाराएं लगाई जाती हैं ताकि कोर्ट में खड़े खड़े जमानत हो जाए लेकिन पिछले तीन दिनों में हमें कोर्ट में खड़े होकर कई केसों में खनन एक्ट और 420 की धाराएं एड करवाई हैं और खनन के आरोपियों को जेल पहुंचाया है.
वकील पाराशर ने कहा कि खनन अधिकारी और खनन विभाग के लोग पहले मिलीभगत करके खनन करवाते हैं, पहले अरावली पहाड़ को बर्बाद किया गया, अब किसानों के खेतों से मिटटी का अवैध अवैध खाना करके खेतों को बंजर बनाया जा रहा है और इसका जिम्मेदार सिर्फ खनन विभाग है.
वकील पाराशर ने बताया कि हमारे पास एक केस आया है जिसमें पहले तो खनन माफिया पर FIR लिखवाई गयी लेकिन बाद में जुर्माना और रोयल्टी लेकर FIR को खारिज करवा दिया गया, क्या चोरी के पैसे वापस देने पर चोरी का अपराध ख़त्म हो जाता है.
वकील पाराशर ने बताया कि हम मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर फरीदाबाद के खनन अधिकारी और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग करेंगे क्योंकि इनके मिलीभगत की वजह से जल, जंगल और धरती को नुकसान हो रहा है, पहले पहाड़ गायब किये गए, अब किसानों के खेतों से उपजाऊ मिटटी को लूटा जा रहा है. अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में लोग भूखे मरेंगे.
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