फरीदाबाद: टोल माफियाओं से पूरा देश परेशान है, आम आदमी इनके खिलाफ आवाज उठाने से डरता है क्योंकि इनकी ऊपर तक जान पहचान होती है और इनके पास गुंडों की फ़ौज होती है. फरीदाबाद NIT विधानसभा में धौज गाँव से पहले बने टोल प्लाज़ा से आस पास के सभी गाँव वाले परेशान हैं क्योंकि उन्हें टोल प्लाज़ा के बाहर खेतों पर जाने के लिए भी टोल देना पड़ता है, आवाज उठाने पर उनके साथ गुंडा-गर्दी की जाती है. आज धौज गाँव वालों ने बताया कि हमसे भी टोल वसूला जाता है, कई बार लड़ाई-झगडा हो चुका है लेकिन ये लोग जबरन वसूली करते हैं.
आज जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और हमारी मीडिया टीम को किसी काम से धौज गाँव जाना था जो टोल प्लाज़ा से सिर्फ एक किलोमीटर दूर है, पहले आप टोल का रेट देख लीजिये -
आप सबसे नीचे देखेंगे तो कार के लिए अप-डाउन का 37.5 रुपये लिखा है. उसके आगे देखेंगे तो 37.5 रुपये में एक दिन का पास भी है, मतलब अगर कार वालों को दिन में कई बार आना जाना है तो डेली पास बनवा सकते हैं. आज टोल प्लाज़ा पर धौज गाँव जाते वक्त वकील एल एन पाराशर से 37 रुपये की पर्ची पर 40 रुपये वसूले गए और खुल्ले वापस नहीं किये गए. देखिये फोटो -
आपको बता दें कि इस टोल प्लाज़ा से रोजाना लाखों गाड़ियाँ फरीदाबाद-सोहना-गुरुग्राम अप-डाउन करती हैं, अगर सभी से 3-3 रुपये वसूले जा रहे होंगे तो रोजाना लाखों रुपये की अवैध कमाई हो रही होगी. यही सोचकर वकील एल एन पाराशर ने धौज पुलिस थाने में शिकायत दी - ये रही शिकायत की फोटो -
आपने ऊपर देखा कि वकील पाराशर ने अप-डाउन पर्ची कटवाई थी, वकील पराशर ने धौज पुलिस थाने में यह पर्ची सबूत के तौर पर छोड़ दी और टोल पर वापस आये. उन्होंने बताया कि हमने पर्ची पुलिस थाने में छोड़ दी है, आप गाडी का नंबर कंप्यूटर में चेक कर लो, लेकिन टोलकर्मी ने उनकी बात नहीं मानी और जबरदस्ती 25 रुपये की पर्ची फिर काट दी, देखिये फोटो -
आपको पता होगा कि आजकल सब कुछ कंप्यूटराइज्ड है, जब एक गाडी का अप-डाउन टोल काट दिया गया, बार कोड से गाडी का नंबर अपने आप स्कैन हो जाता है, कंप्यूटर में भी रिकॉर्ड आ गया होगा कि उस गाड़ी का अप-डाउन टोल वसूल लिया गया है, उसके बावजूद भी टोल-कर्मी ने पर्ची काट दी तो वकील पाराशर ने वहीं पर पुलिस बुला ली.
धौज पुलिस ने तुरंत टोल प्लाज़ा पर रिकॉर्ड और सीसीटीवी की जांच करके दो टोल कर्मियों को पूछताछ के लिए अपनी गाडी में बिठा लिया और उन्हें थाने ले गए. देखिये फोटो -
वकील पाराशर ने दोषी टोल-कर्मियों, मैनेजर और रिलाइंस कंपनी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है. उन्होंने बताया कि जब मुझ जैसे सीनियर वकील के साथ अवैध वसूली और गुंडई हो सकती है तो आम इंसानों के साथ कैसा होता होगा. मेरा अप-डाउन टोल टैक्स काटने के बाद भी पर्ची काट दी गयी. जब मैंने इनसे सवाल किया तो कई लोग आकर हमारे साथियों के साथ गुंडई दिखाने लगे. इनके खिलाफ कार्यवाही होनी ही चाहिए.
वकील एल एन पाराशर ने क्षेत्रवासियों की आवाज उठाते हुए कहा कि यहाँ पर टोल प्लाज़ा बनना ही नहीं चाहिए. भोले-भाले गाँव वालों से भी अवैध वसूली की जाती है, यह सिंगल रोड है उसके बावजूद भी टोल लिया जा रहा है, एक किलोमीटर अन्दर जाने पर भी 40 रुपये का टोल-टैक्स लिया जा रहा है यह खुली लूट है, सरकार को भी इसपर एक्शन लेना चाहिए. देखें वीडियो -
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