फरीदाबाद, 11 सितम्बर: पिछले साल 10 फ़रवरी 2017 को एक मजदूर ने 500 रुपये दिहाड़ी के लिए अपने साथी का मर्डर कर दिया था, इस मामले की जांच DLF क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन पाराशर ने की थी, उन्होंने मामले की जांच करके दोषी के खिलाफ उपयुक्त सबूत जुटाए थे, कल दोषी नन्हें लाल को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नरेन्द्र शर्मा ने उम्रकैद और 15 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई.
क्या था पूरा मामला
मृतक शोभित और दोषी नन्हें लाल किराए के कमरे में कबाड़ी मार्किट जीवन नगर में साथ रहते थे, शोभित उर्फ़ अन्डू मूलरूप से यूपी के हरदोई जिले के गाँव कुरानी का रहने वाला था, वह फरीदाबाद में नन्हे लाल के साथ किराए के कमरे में रहता था, नन्हे लाल जिला फरूखाबाद के गाँव खाईवन का रहने वाला था.
मृतक शोभित कबाड़ी की गाड़ियों में लोडिंग का काम करता था, 10 फ़रवरी 2017 की रात को शोभित और उसका साथी नन्हे लाल ने कमरे में बैठकर शराब पी, इसके बाद रात करीब 11 बजे शोभित ने नन्हें लाल से कहा कि आज की दिहाड़ी के 500 रुपये दे दो, नन्हें लाल ने उसे पैसे देने से मना कर दिया, इसके बाद दोनों में झगडा हो गया, इसके बाद शोभित ने नन्हें लाल को अपने कमरे से चले जाने को कहा, इस बात से नन्हें लाल नाराज हो गया और उसनें कमरे में रखे चाकू से शोभित पर कई वार कर दिए, शोभित की मौके पर ही बहुत हो गयी.
DLF क्राइम ब्रांच ने की थी मामले की जांच
इस मामले की जांच DLF क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन पराशर की टीम को सौंपी गयी, उन्होंने मामले की गहराई से जांच करते हुए दोषी नन्हें लाल को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. कल सबूतों के आधार पर कोर्ट ने दोषी नन्हें लाल को उम्रकैद की सजा सुना दी.
सबूत जुटाने के लिए खूब बहाने पड़े पसीनें: नवीन पाराशर
इस मामले में जब नवीन पाराशर से बात की गयी तो उन्होंने खुश होते हुए बताया कि हमने दोषी नन्हें लाल को 2017 में गिरफ्तार किया था लेकिन सबूत जुटाने के लिए बहुत पसीना बहाना पड़ा, हत्या करने के बाद नन्हें लाल ने चाकू को कमरे के नीचे जमीन में दबा दिया था, जब नन्हें लाल को गिरफ्तार किया गया तो वहां पर कमरा तोड़कर दुकान बना दी गयी थी, इसके बाद दुकान के फर्श को तोड़कर उसके नीचे से चाकू बरामद किया गया था.
बता दें कि इंस्पेक्टर नवीन पाराशर ने वर्ष 2017 में DLF क्राइम ब्रांच के इंचार्ज पद पर रहते हुए 2 महीनें में 6 ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया था लेकिन उसके बाद ये 15 मई 2017 से 15 मई 2018 तक रीडर CP के पद पर रहे, 15 मई 2018 से इंस्पेक्टर नवीन पाराशर फिर से DLF क्राइम ब्रांच के प्रभारी के पद पर कार्य कर रहे हैं और अब तक दर्जनों ब्लाइंड मर्डर केस सुलझा चुके हैं. उन्होंने दोषी नन्हें लाल को उम्रकैद की सजा मिलने पर संतुष्टि जताई है.
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