फरीदाबाद, 8 सितम्बर: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान और फरीदाबाद कोर्ट के वरिष्ठ वकील एलएन पाराशर ने आज फरीदाबाद कोर्ट में लगी राष्ट्रीय लोक अदालत की तारीफ की है लेकिन उन्होंने व्यवस्था पर सवाल उठा दिए.
वकील पाराशर ने कहा कि यह राष्ट्रीय लोक अदालत विशेषकर सिविल, क्रिमिनल और पारिवारिक मामलों का निपटारा करने के लिए है लेकिन यहाँ पर चालान वाले केसों को निपटाकर खानापूर्ति की जा रही है. जनता को पता ही नहीं है कि कोर्ट में राष्ट्रीय लोक अदालत लगी है, किसी को सूचना नहीं दी गयी, सिर्फ कोर्ट में बैनर लगा दिया गया. अगर जनता को पता होता तो सिविल और क्रिमिनल केसों का भी निपटारा करवाने के लिए लोग आते.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत सरकार का बहुत अच्छा कदम है लेकिन भ्रष्टाचार की वजह से जनता को सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल पाता, उन्होंने कहा कि चालान के जुर्माने तो कभी भी भरे जा सकते हैं लेकिन केसों का निपटारा रोजाना नहीं होता, आज की राष्ट्रीय लोक अदालत में सिविल और क्रिमिनल केसों का निपटारा होना चाहिए था लेकिन चालान वाले केसों में जुर्माना लेकर इन्हें ही केस दिखाया जा रहा है, कल अखबारों में इनकी संख्या दिखाकर वाहवाही लूटी जाएगी.
उन्होंने कहा कि जज अपनी जगह सही हैं लेकिन व्यवस्थापकों की वजह से जनता को राष्ट्रीय लोक अदालत का फायदा नहीं मिला. जज का काम है केसों की सुनवाई करना लेकिन व्यवस्थापकों ने जनता के बीच राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में सन्देश ही नहीं पहुँचाया और इसी सिविल और क्रिमिनल केस वाले आ नहीं सके.
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