फरीदाबाद: शहर में पिछले 10 दिनों से नगर निगम ने पानी की सप्लाई रोक दी है, शहर में 80 फ़ीसदी स्थानों पर पानी को लेकर त्राहि त्राहि मची हुई है, सभी कॉलोनियों में पानी की समस्या है, सेक्टर में पानी नहीं है, सिर्फ VIP इलाकों में पानी दिया जा रहा है.
हैरानी की बात ये है कि जनता को पानी की किल्लत है लेकिन टैंकर माफियाओं के पास पानी की कमीं नहीं है, शहर में अवैध टैंकर वाले मुंहमांगा पैसा लेकर पानी बेच रहे हैं और पानी की पूर्ति कर रहे हैं, जनता पानी खरीदने के लिए मजबूर है. टैंकर वाले मोटी कमाई कर रहे हैं और जनता लुट रही है.
अब सवाल यह उठता है कि टैंकर वालों को पानी कहाँ से मिल रहा है, इन्हें पानी की किन्नत क्यों नहीं है, कहीं नेताओं-अधिकारियों ने टैंकर माफियाओं के साथ मिलकर जान बूझकर तो पानी की समस्या नहीं पैदा की है, कहीं नेता अधिकारी टैंकर वालों से मिलकर मोटी कमाई तो नहीं कर रहे हैं, आखिर कहाँ गया फरीदाबाद का पानी, कब आएगा फरीदाबाद का पानी, टैंकर वाले खुलेआम जनता को लूट रहे हैं लेकिन यहाँ के अधिकारी, नेता, मंत्री, विधायक सिर्फ तमाशा देख रहे हैं.
अगर ऐसे ही पानी की किल्लत रही तो जनता अपना सब कुछ लुटा बैठेगी, टैंकर वाले अपने दाम बढाते जा रहे हैं, अब तो टैंकर वालों ने एक कमेटी भी बना ली है, अब तो खुलेआम अवैध काम शुरू हो गया है. नगर निगम के अधिकारी बैठकर तमाशा देख रहे हैं, ये लोग जनता को लुटता हुआ देख रहे हैं.
पहले कहा जा रहा था कि ददसिया रैनी बोर में मरम्मत की वापस से पानी की समस्या है, एक दिन में यह समस्या दूर हो जाएगी लेकिन आज 10 दिन हो गए और समस्या जस की तस है.
कहीं ऐसा तो नहीं है कि नेताओं विधायकों ने खुद ही टैंकर से पानी बेचने का काम शुरू कर दिया हो, पानी की सप्लाई जान बूझकर रोक दी गयी हो और नेता मोटी कमाई कर रहे हों, एक महीनें में ये लोग अरबों रुपये कमा लेंगे और उसके बाद पानी की सप्लाई शुरू करवाकर जनता की नजर में अच्छे बन जाएंगे. ये नेता जानते हैं कि जनता कुछ दिनों में सब कुछ भूल जाएगी और अगली बार फिर से उन्हें ही वोट देगी.
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