फरीदाबाद: बॉबी कटारिया के पूर्व समर्थक अजय चौधरी उर्फ़ बिजेंद्र सिंह फरीदाबाद पुलिस की शरण में पहुँच गए हैं. उन्होंने बॉबी कटारिया की दोस्त और युवा एकता फाउंडेशन की कथित डायरेक्टर मंजू सिंह पर चोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं, इस मामले में बॉबी कटारिया और उनकी दोस्त पूजा को भी नामजद किया गया है. यह वारदात तब हुई जब बॉबी कटारिया के जेल के दौरान मंजू सिंह कुछ दिनों के लिए अजय चौधरी के फरीदाबाद ग्रीन-फील्ड स्थित मकान में ठहरी हुई थीं.
पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार अजय चौधरी ने कहा - जब मैंने बॉबी कटारिया उर्फ़ बलवंत सिंह के जेल जाने के बाद उसका वीडियो सोशल मीडिया पर देखा तो मैं उसकी समाज सेवा को देखकर प्रभावित हो गया और मुझे लगा कि इस व्यक्ति के साथ गलत हुआ है. यह देखते हुए मैंने बॉबी कटारिया के पक्ष में अभियान चलाया तथा लोगों को बॉबी कटारिया को न्याय दिलाने के लिए इकठ्ठा किया.
इसी दौरान मेरी मुलाकत मंजू सिंह से हुई जिसने बताया कि बॉबी कटारिया एवं मैं मिलकर युवा एकता फाउंडेशन के नाम से NGO चलाते हैं जिसके हम दोनों डायरेक्टर हैं, इस NGO के माध्यम से हम समाज सेवा का कार्य करते हैं, मैंने मंजू सिंह की बातों में आकर बॉबी कटारिया को न्याय दिलाने के लिए उसके साथ जुड़ गया.
उसके बाद मंजू सिंह मेरे घर पर तीन चार दिन तक रही, इसी बीच उसनें मुझे पूजा नाम की लड़की से मिलवाया और बताया कि पूजा दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत करती है और यह बॉबी कटारिया के केस की पैरवी कर रही है. उन दोनों से मुझसे 50 हजार रुपये की मांग की और कहा कि हमें बॉबी कटारिया के केस में 50 हजार रुपये की सख्त जरूरत है, हम तुम्हें यह पैसे कल तक वापिस कर देंगे. उनकी बात मानकर मैंने उन्हें 50 हजार रुपये नकद दे दिए.
इसके बाद अजय चैधरी ने कहा - जब मुझे पता चला कि मंजू सिंह के ऊपर भी मुकदमा चल रहा है और यह पुलिस से बचने के लिए मेरे घर पर छुपी हुई है तब मैंने मंजू सिंह से कहा कि तुम मेरा घर छोड़ दो, अगले दिन जब मैं और मेरी पत्नी अपने ऑफिस में काम कर रहे थे तो मंजू सिंह का फोन आया कि मुझे तुम्हारे घर से अपने कपडे एवं सामान लेना है, मैंने अपने पडोसी से बोलकर घर की दूसरी चाबी दिलवा दी.
उसके बाद जब हम शाम को घर पहुंचे तो मेरी पत्नी ने मुझे बताया कि मेरे सोने के कुंडल नहीं मिल रहे हैं, मेरे सोने के कुंडल मंजू ने चुरा लिये हैं, जब मैंने इस बारे में मंजू से फोन पर बात की और कहा कि मेरी पत्नी के कुंडल व मेरे 50 हजार रुपये वापिस कर दो वरना मैं तुम्हारे खिलाफ पुलिस में शिकायत करूँगा, मंजू सिंह ने मुझे धमकी दी कि अगर तुमने मेरे खिलाफ शिकायत की तो मैं तुम्हें दूसरे मामले में फंसा दूँगी, मेरे ऊपर गलत इल्जाम लगाकर सोशल मीडिया पर बदनाम कर दूँगी. जब मैंने उनके बारे में गहनता से पता किया दोषीगण एक NGO बनाकर लोगों को समाजसेवा के नाम पर धोखाधड़ी से पैसे हड़प लेते हैं.
अजय चौधरी ने शिकायत में पुलिस से मांग की है कि दोषीगण द्वारा बनायी फर्जी NGO की जांच की जाय और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए, इसके अलावा मेरी पत्नी के सोने के कुंडल एवं 50 हजार रुपये मुझे वापिस दिलाये जाएं.
यह मामला सूरजकुंड पुलिस थाने में ट्रान्सफर किया गया है, पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, जल्द ही FIR दर्ज करके आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सकती है. अजय चौधरी ने कहा कि पहले मैंने सोचा कि मामला दर्ज ना करवाऊं लेकिन मैंने सोचा कि ये लोग पता कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी किये होंगे और आगे भी करेंगे, इसलिए मैंने इनकी गैंग का पर्दाफ़ाश करने के लिए पुलिस में शिकायत करना ही उचित समझा.
Post A Comment:
0 comments: