फरीदाबाद, 1 अप्रैल: अमेरिका में 90 फ़ीसदी सरकारी स्कूल हैं, हर नेता, मंत्री, अमीर आदमी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढाता है, किसी से कोई भेदभाव नहीं, स्टैण्डर्ड में कोई कमी नहीं लेकिन भारत में ऐसा नहीं है, नेताओं और सरकारों ने सरकारी स्कूलों को इतना नरक बना रखा है कि कोई भी मध्यम परिवार का आदमी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेज ही नहीं सकता, सिर्फ अति पिछड़े और निर्धन व्यक्ति मजबूरी वश अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढने के लिए भेजते हैं.
फरीदाबाद हरियाणा में पिछले तीन वर्षों से बीजेपी की सरकार है, चार वर्षों से केंद्र में मोदी की सरकार है, देशवासियों से सोचा था कि सरकारी स्कूलों की हालत सुधरेगी, मध्यम परिवार के लोग भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
यह बहुत शर्मनाक बात है कि बीजेपी सरकार में बड़े बड़े मंत्री, बड़े बड़े नेता सरकारी स्कूलों को सुधारने के बजाय अपने प्राइवेट स्कूल खोल रहे हैं, शायद इन्हें पता चल चुका है कि हरियाणा सरकार मोदी सरकार अब सरकारी स्कूलों को मॉडर्न बनाने का कोई काम नहीं करेगी वरना ये लोग इतना बड़ा रिश्क मोल ना लेते.
कुछ दिनों पहले मोदी सरकार में मंत्री ने अपना DPS स्कूल खोला, आज बीजेपी के एक अन्य नेता राकेश खटाना ने अपना स्कूल खोला है, बीजेपी के एक पार्षद दीपक चौधरी ने भी आज अपने प्राइवेट स्कूल का उद्घाटन किया है, एक अन्य बीजेपी नेता कुछ दिनों में अपना स्कूल खोलने वाले हैं, एक अन्य बीजेपी नेता और NIT के हारे हुए उम्मीदवार का पहले से ही स्कूल है. धीरे धीरे बीजेपी नेताओं का फरीदाबाद में स्कूलों का जाल बिछता जा रहा है.
अगर ऐसे ही बीजेपी नेताओं ने प्राइवेट स्कूल खोलना जारी रखा तो सरकारी स्कूलों में कभी भी सुधार नहीं होगा क्योंकि ये नेता कभी नहीं चाहेंगे कि सरकारी स्कूलों की हालत सुधरे, इन्हें पता है कि अगर सरकारी स्कूल सुधर गए तो उनके स्कूलों में लोग जाना छोड़ देंगे और उन्हें भारी नुकसान होगा. तो भाइयों, सरकारी स्कूलों का अब भगवान ही मालिक है.
फरीदाबाद हरियाणा में पिछले तीन वर्षों से बीजेपी की सरकार है, चार वर्षों से केंद्र में मोदी की सरकार है, देशवासियों से सोचा था कि सरकारी स्कूलों की हालत सुधरेगी, मध्यम परिवार के लोग भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
यह बहुत शर्मनाक बात है कि बीजेपी सरकार में बड़े बड़े मंत्री, बड़े बड़े नेता सरकारी स्कूलों को सुधारने के बजाय अपने प्राइवेट स्कूल खोल रहे हैं, शायद इन्हें पता चल चुका है कि हरियाणा सरकार मोदी सरकार अब सरकारी स्कूलों को मॉडर्न बनाने का कोई काम नहीं करेगी वरना ये लोग इतना बड़ा रिश्क मोल ना लेते.
कुछ दिनों पहले मोदी सरकार में मंत्री ने अपना DPS स्कूल खोला, आज बीजेपी के एक अन्य नेता राकेश खटाना ने अपना स्कूल खोला है, बीजेपी के एक पार्षद दीपक चौधरी ने भी आज अपने प्राइवेट स्कूल का उद्घाटन किया है, एक अन्य बीजेपी नेता कुछ दिनों में अपना स्कूल खोलने वाले हैं, एक अन्य बीजेपी नेता और NIT के हारे हुए उम्मीदवार का पहले से ही स्कूल है. धीरे धीरे बीजेपी नेताओं का फरीदाबाद में स्कूलों का जाल बिछता जा रहा है.
अगर ऐसे ही बीजेपी नेताओं ने प्राइवेट स्कूल खोलना जारी रखा तो सरकारी स्कूलों में कभी भी सुधार नहीं होगा क्योंकि ये नेता कभी नहीं चाहेंगे कि सरकारी स्कूलों की हालत सुधरे, इन्हें पता है कि अगर सरकारी स्कूल सुधर गए तो उनके स्कूलों में लोग जाना छोड़ देंगे और उन्हें भारी नुकसान होगा. तो भाइयों, सरकारी स्कूलों का अब भगवान ही मालिक है.
Post A Comment:
0 comments: