फरीदाबाद: तिगांव विधानसभा के कांग्रेसी विधायक ललित नागर के भाई भाई महेश नागर के कार्यालय पर का ED की छापेमारी की थी. इस मामले पर कांग्रेस विधायक ललित नागर बौखला गए और उन्होंने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया.
ललित नागर ने कहा भाजपा सरकार उन्हें बदनाम करवाने के लिए छापेमारी करा रही है, लेकिन, भाजपा उन्हें बदनाम करने के लिए चाहे जितने हथकंडे अपना ले, वे भाजपा से कतई नहीं डरने वाले हैं और आगे भी भाजपा की नाकामियों को जनता के सामने प्रस्तुत करते रहेंगें.
ललित नागर का कहना है कि जिस तरह से उनके भाई महेश नागर के कार्यालय पर छापेमारी हुयी, उससे साफ-साफ़ राजनैतिक रजिश की बू आ रही है. ललित नागर का कहना है उनका साथ देने के लिए जनता खड़ी है. वो ऐसी छापेमारी से डरने वाले नहीं हैं. ऐसी एक छापेमारी लगभग छह महीने पहले उनके निवास पर की गई थी, जिसमें ईडी को कुछ नहीं हासिल हुआ।
ललित नागर ने कहा भाजपा सरकार उन्हें बदनाम करवाने के लिए छापेमारी करा रही है, लेकिन, भाजपा उन्हें बदनाम करने के लिए चाहे जितने हथकंडे अपना ले, वे भाजपा से कतई नहीं डरने वाले हैं और आगे भी भाजपा की नाकामियों को जनता के सामने प्रस्तुत करते रहेंगें.
ललित नागर का कहना है कि जिस तरह से उनके भाई महेश नागर के कार्यालय पर छापेमारी हुयी, उससे साफ-साफ़ राजनैतिक रजिश की बू आ रही है. ललित नागर का कहना है उनका साथ देने के लिए जनता खड़ी है. वो ऐसी छापेमारी से डरने वाले नहीं हैं. ऐसी एक छापेमारी लगभग छह महीने पहले उनके निवास पर की गई थी, जिसमें ईडी को कुछ नहीं हासिल हुआ।
नागर ने कहा कि यह सब उन्हें भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने की सजा दी जा रही है, लेकिन वह जनता की आवाज को आगे भी उठाते रहेंगेे, उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन में आज तक कोई भी गलत कार्य नहीं किया है. और न ही उनके भाई महेश नागर किसी भी गलत कार्य में संलिप्त है, इस बात का प्रमाण इससे मिलता है कि सुबह 11 बजे से सांय 5 बजे तक ईडी के अधिकारियों द्वारा की गई जांच में उन्हें उनके कार्यालय से न तो कोई जमीन से संबंधित कागजात ही मिले है. और न ही कोई सोना-चांदी जेवरात व नगदी उन्हें मिली है.
Post A Comment:
0 comments: