फरीदाबाद: जिले के लोगों के लिए खुशखबरी है, सूरजकुंड मेला साल भर में एक बार लगता है लेकिन इस मेले की वजह से जिले का पूरी दुनिया में नाम होता है, यह मेला हर साल 1 फ़रवरी से 14 फ़रवरी तक लगता है लेकिन इस साल यह 2 फ़रवरी से 18 फ़रवरी तक के लिए लगा है. आज प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि भविष्य में यह मेला साल में दो बार आयोजित किया जाएगा.
आज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारत कलाओं, सभ्यता, संस्कृति और संगम स्थानों का एक प्राचीन स्थल है। उन्होंने कहा कि पडोसी राज्येां के साथ संबंध प्रगाढ बने, इसके लिए ऐसे मेलों का आयोजन होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार इस मेला में 1000 से अधिक कलाकार, बनुकर व हस्तषिल्प कलाकार आए हैं और उत्तर प्रदेश मेला में थीम राज्य के रूप में सिरकत कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस मेला में उत्तर प्रदेश की महिमा रहेगी और उत्तर प्रदेष आर्कषण का केन्द्र रहेगा, जहाँ पर राम, कृष्ण, बाबा शिवजी इत्यादि उत्तर प्रदेश की याद ताजा करवाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एक बडा राज्य हैं और वहां की संस्कृति का रंग यहां पर होगा।
उन्होंने कहा कि इस बार मेला में उत्तर प्रदेश की छटा दिखाई देगी और बनारस, आयोध्या तथा अन्य जाने-माने स्थलों के द्वार व अन्य कलाकृतियों को यहां पर प्रदर्षित किया गया हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेष श्रीकृष्ण की जन्मस्थली हैं तो गीता का संदेष हरियाणा में दिया गया, जो आपसी संस्कृति की एक पहचान है। इसी प्रकार, इस बार इस मेला मं लगभग 28 देशों की संस्कृति व कला का संगम यहां पर होगा। उन्होंने बताया कि इस बार मेला में किर्गीस्तान भागीदार देश के रूप में भाग ले रहा हैं, जो विश्व प्रसिद्ध झीलों के रूप में जाना जाता हैं, इसके अलावा, यह देश सोना, जैविक खेती इत्यादि के लिए भी प्रसिद्ध है। उन्होंने बताया कि भारत और किर्गीस्तान के साथ पर्यटन, कृषि के अलावा अन्य क्षेत्रों में 6 समझौते किए गए है, जिससे वसुदेव कुटुम्बं के दर्षन होते है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच एक परिवहन समझौता किया गया, जो एकरूपता को दिखाता है। उन्होंने कहा कि वे पर्यटक और परिवहन के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में बढावा देने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार यह इस मेला की अवधि दो दिन के लिए बढाई गई है और यह भी योजना तैयार की जा रही है कि इस मेला को साल में दो बार आयोजित किया जाए ताकि लोगों के साथ-साथ कलाकारों, बुनकरों व शिल्पकारों को ज्यादा से ज्यादा यहां आने का मौका मिल सकें।
इससे पूर्व, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने मेला परिसर में स्थापित किए स्टालों व हटस का भ्रमण भी किया।
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