पलवल: कल पलवल पुलिस की रिमांड में हरिया की अचानक मौत की खबर से पूरे प्रदेश में हडकंप मच गया. हरिया ने खुद ही पुलिस के सामने सरेंडर किया था इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा था कि शायद उसनें अपने सभी जुर्म कबूल कर लिए हों और उसकी जान बच जाए लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, 6 दिन की पुलिस रिमांड में तीसरे दिन ही उसकी मौत की खबर आ गयी.
बदमाश हरिया की पलवल पुलिस कस्टडी में मौत के बाद अब हरिया के घर वाले पलवल पुलिस पर थर्ड डिग्री टॉर्चर का आरोप लगा रहे हैं.उनका कहना है कि हरिया का टार्चर हद से ज्यादा किया गया था जो उसकी मौत का कारण बना।
हरिया के भाई सतबीर गुर्जर का कहना है कि हरिया की सेहत ठीक थी। पानी में डुबोने और करंट लगाने से उसकी छाती में पानी भर गया था। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सतबीर का कहना है कि यह बात उस नर्सिंग होम के डॉक्टर ने बताई।
मालुम हो कि तीन राज्यों की पुलिस की आंखों में महीनों तक धूल झोंकने वाले एक लाख रूपये के इनामी बदमाश हरिया की कल पलवल पुलिस हिरासत में मौत हो गई। पवन उर्फ हरिया की इस तरह से मौत के बाद हरिया के परिजन पलवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, हरिया के खिलाफ हरियाणा, यूपी और राजस्थान में करीब 42 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें हत्या व हत्या का प्रयास, लूट तथा डकैती के मामले शामिल हैं। हरिया पलवल की निकटवर्ती तहसील बल्लभगढ़ के गांव भैन्सरावली का रहने वाला था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 27 वर्ष की उम्र में वह काफी खूंखार हो गया था। लगभग दो हफ्ते पहले उसका साथी अरुण पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था जिसके बाद उसके सरेंडर की अफवाह उड़ी फिर भागने की अफवाह भी आयी लेकिन पलवल पुलिस ने कहा कि हमने उसे गिरफ्तार किया था और कल उसकी अचानक मौत हो गई।
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