फरीदाबाद: फरीदाबाद के पलवली गाँव में 5 लोगों की हत्याकांड के आरोपी पक्ष के परिजन भारी सुरक्षा बल के साथ पलवली गांव में कल शाम अपने निवास पर लौट आए और अपने पांचों मकानों के ताले खोले, जहां से चौकानें वाली कई खबरें निकल कर सामनें आई हैं। पिछलें साढ़े तीन महीनें से यह सभी लोग अपने घर से दूर अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए थे। क्योंकि वहां पीड़ित पक्षों के सदस्यों ने इन लोगों के प्रति खौप पैदा किए हुए था.
पुलिस की मानें तो उनके घरों में बिजली का कनेक्शन चालू कर दिया गया है और सीसीटीवी कैमरे को भी चालू कर दिया गया हैं और परिजनों ने अपने घरों की सफाई का कार्य शुरू करवा दिया हैं।
पुलिस की मानें तो उनके घरों में बिजली का कनेक्शन चालू कर दिया गया है और सीसीटीवी कैमरे को भी चालू कर दिया गया हैं और परिजनों ने अपने घरों की सफाई का कार्य शुरू करवा दिया हैं।
आरोपी पक्ष का कहना हैं कि करीब साढ़े-तीन महीनों के बाद आज पुलिस की सहायता से अपने घरों में वापिस लौटे हैं जब यहां आकर देखा कि घरों के शीशे टूटे पड़े हैं, पूर्व सरपंच बिल्लू के घरों के सभी आलमारियां खुली हुई थी और उसमें से गहने व नगदी गायब थी। उनका कहना हैं कि लोगों ने उनके माली को यहां से भगा दिया व कई पशु अब भी लापता हैं। उनका कहना हैं कि तक़रीबन 25 किले में गोभी की फसलें थी वह सब खेतों से काट कर लोगों ने गायब कर दिए।
सवाल के जवाव में आरोपी पक्ष ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने पहले से ही उन लोगों को मारने की तैयारी की हुई थी. पूर्व सरपंच बिल्लू तो उन लोगों को समझने के लिए गया हुआ था कि बच्चों को रास्ते में रोक कर धमकी न दें यदि उन लोगों से कोई शिकायत हैं तो उन्हें या उनके घरों के बुजुर्गों को बताएं यह बात कह कर वह वापिस अपने घर की तरफ चल दिए तो पीछे की तरफ से पीड़ित पक्ष के लोगों ने बिल्लू के सिर पर फरसे व लाठी-डंडों से कातिलाना हमला कर दिया. इसके बाद घर के बाकी लोगों पर हमला कर दिया। उनका कहना हैं कि यदि उनके देवर ने गोली नहीं चलाई होती तो हम सबके के सब मारे गए होते , मेरे देवर ने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए गोलियां चलाई थी।
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