फरीदाबाद, 24 अक्टूबर: हाल ही में राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण द्वारा प्राथामिक और मिडिल की अगस्त में हुई मंथली असेसमेंट रिपोर्ट जारी होने के बाद जिन जिलों का शिक्षा स्तर प्रतिशत में कम आया है उन जिलों के शिक्षा अधिकारियों ने कमर कस ली है, 60 प्रतिशत पर सिमटा फरीदाबाद का शिक्ष स्तर आने वाले महीनों में टॉप पर होगा ऐसा वायदा और दावा फरीदाबाद की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतेन्द्र कौर वर्मा ने किया है, खराब रहे परिणाम के पीछे अधिकारी ने अध्यापकों की कमीं बताया और कहा कि अब वो नई नीति के अनुसार फरीदाबाद से अच्छे परिणाम देंगी।
हरियाणा सरकार सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों के शिक्षा स्तर को जानने के लिये प्रति महीने मंथली परीक्षा करवा रही है, जिसमें प्राथमिक और मिडिल कक्षाओं में पढने वाले बच्चों को परीक्षा देनी होती है और उसका परिणाम अगले महीने में जारी करके पता लगाया जाता है कि किस जिले में शिक्षा का स्तर कम है, इसी कडी में हाल ही में राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण यानि कि एससीईआरटी ने प्राथामिक और मिडिल की अगस्त में हुई मंथली असेसमेंट रिपोर्ट जारी की है जिसमें महेन्द्रगढ जिले ने 69 प्रतिशत लेकर बाजी मारी है तो वहीं फरीदाबाद 60 प्रतिशत पर ही सिमिट गया है, और यमुनानगर मेवात और पलवल फिसड्डी रहे हैं।
फरीदाबाद में आये कम प्रतिशत के बारे में फरीदाबाद की जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतेन्द्र कौर वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कम प्रतिशत आना जिले में अध्यापकों की कमी का कारण है, क्योंकि पिछले कई सालों से उनके पास पर्याप्त अध्यापक नहीं थे जिसके चलते बच्चों की सही तरीके से पूरी पढाई नहीं हो पा रही थी अब अध्यापक पूरे हो चुके हैं और जल्द ही वो नई निति तैयार कर रही है जिसके बाद फरीदाबाद टॉप पर नजर आयेगा,, जिसके लिये शिक्षा अधिकारी ने वायदा और दावा बडे ही मजबूती से किये हैं।
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