Faridabad, 8 September: अब यह बात साबित हो गयी है कि फरीदाबाद शहर के फोर्टिस हॉस्पिटल मे ज्यादातर लोग जिन्दा भर्ती होते हैं और मरकर ही बाहर निकलते हैं, पैसे ही हवस के कारण डॉ मनचाही रकम की मांग करते हैं और रूपया ना देने पर मरीजों से बेरुखी से पेश आते हैं जिसकी वजह से ज्यादातर मरीजों की मौत हो जाती है।
आज डॉक्टरों की ऐसी ही लापरवाही के चलते फरीदाबाद के जाने मानी पत्रकार सचिन खेडा की मौत हो गयी, कल तक वह स्वस्थ थे, बुखार होने के बाद वे पिछले कुछ दिनों से फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती थे, कल डोक्टरों ने उन्हें कोई गलत दवाई दे दी जिसकी वजह से मात्र 15 मिनट में उनकी हालत बिगड़ गयी, देखते ही देखते उनका शरीर नीला पड़ गया और उनकी मौत हो गयी, सचिन खेडा के परिवार वाले इसे डॉक्टरों की लापरवाही बता रहे हैं और कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।
सचिन खेडा की अचानक मौत की खबर सुनकर फरीदाबाद के सभी पत्रकार फोर्टिस हॉस्पिटल के बाहर इकठ्ठे हो गए और डॉक्टरों और हॉस्पिटल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, नारेबाजी के बाद हॉस्पिटल प्रशासन की तरफ से पत्रकारों से बातचीत करने कोई नहीं आया उल्टा पुलिस को फोन कर दिया, पुलिस ने आकर पत्रकारों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन पत्रकार सचिन खेडा की मौत से इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने पुलिस की बात मानने से इनकार कर दिया।
पत्रकारों ने डॉक्टरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की जिसपर पुलिस ने कहा कि बिना लाश का पोस्टमार्टम किया FIR दर्ज नहीं की जा सकती, पत्रकारों का कहना था कि पुलिस तुरंत FIR दर्ज करके एक मेडिकल बोर्ड का गठन करे और हॉस्पिटल पर तुरंत ही कार्यवाही करे।
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