Faridabad, 20, July: विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री कैलाश सिघंल ने कहा है कि शिक्षा के व्यवसायीकरण पर पूरी जरह से रोक लगनी चाहिए। निजी स्कूल शिक्षा का व्यवसायीकरण करके अभिभावकों को परेशान कर रहे हैं। हरियाणा सरकार को ऐसे निजी स्कूलों पर कार्यवाही करते हुए अभिभावकों को राहत प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सभी प्राईवेट स्कूलों का हर साल आडिट होना चाहिए।
उन्होनें प्रेस को जारी अपने बयान में यह भी कहा है कि निजी स्कूल संचालक सीबीएसई, हरियाणा शिक्षा नियमावली व हुडा के नियम कानून व प्रावधानों का खुले आम उल्लंघन कर छात्रों व अभिभावकों का शारिरिक मानसिक व आर्थिक शोषण कर रहेे है इस पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने सभी सामाजिक संगठनो से अपील कि है की वे इस विषय पर कार्य कर रहे अभिभावक एकता मंच का समर्थन व सहयोग करें।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने कैलाश सिघंल के इस बयान का स्वागत करते हुए कहा है कि जनहित में गरीब व पिछड़े अभिभावकों को भी निजी स्कूलों में बेहतर शिक्षा प्रदान होनी चाहिए। सरकार ने सस्ती शिक्षा देने के नाम पर ही निजी स्कूलों को बेशकीमती सरकारी जमीन कोडिय़ों के भाव प्रदान की है। अत: उन्हें गरीब बच्चों को भी दाखिला देकर उन्हें प्रतिभाशाली बनाना चाहिए।
मंच सामाजिक आर्थिक व कर्मचारी संगठन आरडबलूए आदि से कहा है कि वे निजी स्कूलों की लूट -खसोट व मनमानी का खुलकर विरोध करें और इस विषय पर मंच को अपना पूर्ण समर्थन प्रदान करें।
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