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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी सूरजकुंड मेले का उद्घाटन, जानिए कबसे शुरू होगा मेला

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फरीदाबाद: पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एमडी सिन्हा ने कहा कि इस बार का 37वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट्स मेला पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष और भी ज्यादा भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। ऐसे में मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासन व सरकार द्वारा सभी तैयारियां और अधिक बेहतरीन ढंग से की जा रही हैं।  आज मंगलवार को सूरजकुंड परिसर स्थित होटल राजहंस में 2 फरवरी से शुरू होने वाले 37वें अंतरराष्ट्रीय क्राप्ट मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग को संबोधित कर रहे थे।

2 फरवरी को मेले का आधिकारिक उद्घाटन राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा किया जाएगा वहीं 3 तारीख को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड मेले में शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार मेले में 40 देश शामिल होंगे तथा कई देशों के राजदूत भी विभिन्न अवसरों पर मेले में शिरकत करेंगे।

उन्होंने कहा कि इस बार के मेले में अधिक विदेशी कलाकार एवं मेहमान आएंगे। ऐसे में हमें उनके रूकने सहित सभी व्यवस्थाएं उसी ढंग से करनी होंगी। उन्होंने बताया कि मेले में एक हजार से ज्यादा स्टाल तैयार किए गए हैं ऐसे में इतने ही क्राफ्ट्समैन इस मेले में शिरकत करेंगे। इस बार मेला में बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है। उन्होंने निर्देश दिए कि मेले में सफाई, सडक़ों की व्यवस्था, लाईटिंग, बिजली की व्यवस्था, शौचालयों सहित सभी सुविधाएं बेहतरीन हों। इसके लिए सभी विभागों को भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि सभी विभाग अपनी-अपनी तैयारियां समय से पूरी कर लें। पुलिस विभाग मेले की सुरक्षा को लेकर अलग से सुरक्षा प्लान तैयार करेगा। इस दौरान मेले में सुरक्षा के लिए 100 अतिरिक्त कैमरे लगाए जाएंगे जिससे इनकी संख्या बढ़कर 350 हो जाएगी। मेले में पार्किंग सहित अन्य सभी विषयों पर भी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर मेले में पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए पूरा मेला परिसर हाईस्पीड सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में रहेगा।

उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेले की  सुरक्षा को लेकर इंतजामों में किसी भी तरह की कोई कमी न रखें। विभिन्न व्यवस्थाओं के मद्देनजर पूरे मेला परिसर को अलग- अलग भागों में बांटा  गया है और प्रत्येक सेक्टर में एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति सुनिश्चित करें। 

प्रिसीपल सेक्रेटरी एमडी सिन्हा ने बैठक में पुलिस और प्रशासनिक  अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह मेला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की पहचान है और विश्व का सबसे बड़ा हैंडीक्राफ्ट का मेला भी है। ऐसे में सभी विभागों को तालमेल के साथ कार्य करें। ताकि जिला फरीदाबाद और हरियाणा के नाम को विश्व पटल पर बेहतर अन्तर्राष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले के क्रियान्वयन के लिए अमिट छाप मिले।  

उन्होंने कहा कि मेले में आम जनता के लिए तीन गेट रहेंगे। वहीं एक गेट वीवीआईपी, वीआईपी व एक गेट  मीडिया इंट्री के लिए रहेगा। प्रत्येक गेट पर पूरी तरह से  सुरक्षा जांच की व्यवस्था की जाएगी। वहीं  प्रत्येक टिकट पर बार कोडिंग की व्यवस्था होगी। मेले में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जाएं । प्रशासन और पुलिस की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त करें। सुरक्षा को लेकर पूरा मेला परिसर, पार्किंग स्थल व आस-पास की जगहें हाईस्पीड सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगी। 

सूरजकुंड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प  मेला परिसर में एक अस्थाई पुलिस लाईन भी बनाई जाएगी। जहां प्रतिदिन 3000 से अधिक पुलिस कर्मियों की ड्यूटी रहेगी। मेला सुबह 10:00 बजे शुरू हो कर रात 08:00 बजे तक रहेगा। वहीं बङी चौपाल व छोटी  चौपालों पर लगातार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर  सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यहां देश व विदेश के कलाकारों के अलावा स्कूली बच्चे भी अपनी प्रस्तुती देंगी। बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी।

मेला स्थल पर स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त डिस्पेंसरी भी बनाई जाएं और अलग अलग सैक्टरो में एंबुलेंस लगातार यहां ड्यूटी पर रहें। इसके अलावा मोबाईल एटीएम व विदेशी मुद्रा बदलने की सुविधा भी हो। मेला स्थल पर अस्थाई डाकघर भी स्थापित किया जाए। 

मेला में प्रतिदिन कितने पर्यटक आएंगे, पार्किंग में कितने वाहन हैं, टिकट बुकिंग व अन्य व्यवस्थाओं के लिए एक ऐप भी विकसित किया जाए। इस बार मेले में पिछली बार से ज्यादा स्टाल ही रखे गए हैं।

मीटिंग में पुलिस आयुक्त राकेश आर्य, जिला उपायुक्त विक्रम सिंह, पर्यटन विभाग के एमडी नीरज कुमार, जीएम टूरिज्म यूएस भारद्वाज सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

सफलतापूर्वक संपन्न हुआ मेला, अब नवंबर में एक हफ्ते के लिए फिर लगेगा सूरजकुंड मेला

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सूरजकुंड (फरीदाबाद), 19 फरवरी। हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन डा. अरविंद यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा सरकार इस बार 3 से 10 नवंबर तक सूरजकुंड दीपावली मेला का आयोजन करवाएगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की परिकल्पना के अनुसार दीपावली मेला को भी इसी प्रकार योजनाबद्ध तरीके से आयोजित करवाया जाएगा। यादव आज सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला के  सफलतापूर्वक संपन्न होने पर राजहंस होटल में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि सूरजकुंड दीपावली मेला में स्वदेशी शिल्प व कला को बढ़ावा मिलेगा। यह मेला स्वदेशी उत्पाद पर आधारित होगा तथा वोकल फोर लोकल की सार्थकता को सिद्ध करेगा। दीपावली के आस-पास बाजारों में चाइनीज सामान की बाढ आ जाती है। हमारा प्रयास रहेगा कि इस बार दीपावली पर स्वदेशी उत्पाद विदेशी  उत्पादों पर भारी पड़े। इसमें हरियाणा सरकार के एक जिला एक उत्पाद योजना पर भी फोकस किया जाएगा।

सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले के संबंध में उन्होंने कहा कि इस बार मेले ने सबसे विराट रूप लिया है।  इसे सफल बनाने में हरियाणा सरकार के सभी अधिकारी, जिला प्रशासन, मेला प्रबंधन, पर्यटन विभाग तथा पुलिस विभाग का बड़ा योगदान रहा है। कला और संस्कृति विभाग ने भारत भर के लोक कलाकारों को छोटी व बड़ी चौपाल पर जगह देकर बहुरूप दर्शन तस्वीर पेश की है। उन्होंने कहा कि इस मेले से पहली बार दुनिया को एक बड़ा संदेश गया है। यह हमारे लिए गर्व और गौरव की बात है कि इस बार पार्टनर देशों के रूप में शंघाई के 25 सदस्य देशों ने हिस्सा लिया। वहीं जी-20 देश के मेहमानों का मेला स्थल पर आगमन व भ्रमण तथा इसे दुनिया का सबसे बड़ा मेला बताना हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है।

यादव ने कहा कि मेले में पहली बार ऑनलाइन पार्किंग का उपयोग किया गया। यह बहुत ही सफल प्रयोग रहा। भविष्य में इस मेले को और अधिक तकनीकी के साथ जोडऩे के प्रयास रहेंगे। पूरे मेले के दौरान 30 फीसदी टिकटें ऑनलाइन बिकी। यह भी एक सकारात्मक संदेश है। चेयरमैन ने कहा कि यह हरियाणा सरकार के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है कि हर रोज लगभग एक लाख पर्यटकों को बहुत ही योजनाबद्ध व व्यवस्थित तरीके से मेले में भ्रमण का मौका मिला। 

मेले में आगंतुकों को विभिन्न प्रकार की कला, शिल्प, व्यंजन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों से रूबरू होने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि पूरा मेला अवधि के दौरान स्कूली विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई प्रतियोगिताओं में अभूतपूर्व संख्या में स्कूली विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह व ऊर्जा के साथ भाग लिया। वहीं सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मेला मैदान में नाइट विजन कैमरों के साथ 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इन्हीं सब प्रबंध के चलते देशी-विदेशी मेहमानों ने हरियाणा सरकार की बार-बार सराहना की है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उनके साथ पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक नीरज कुमार, जगदीश जांगड़ा व हरविंदर के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

देश-विदेश से आए कलाकार सूरजकुंड मेले में मचा रहे धूम, पर्यटक भी उठा रहे भरपूर लुत्फ

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सूरजकुंड (फरीदाबाद), 17 फरवरी। 36 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की मुख्य चौपाल पर देश-विदेश व अन्य राज्यों से आए कलाकार अपने-अपने देश व राज्यों की संस्कृति की भव्यता को गीतों व नृत्य कला के माध्यम से प्रस्तुत कर रहे हैं। देशी-विदेशी कलाकार मेले की मुख्य चौपाल पर अपनी कला और अपने देश व प्रदेश की प्राचीनतम संस्कृति के रंग बिखेर रहे हैं। चौपाल पर बैठे दर्शक भी इन्हें देख कर आनंद का अनुभव कर रहे हैं। चौपाल पर दिन भर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देखने को मिल रही है, जिसे देखकर देश-विदेश के पर्यटक भरपूर लुत्फ उठा रहे हैं।


एक ओर जहां पूर्वोतर के राज्य मेघों के घर मेघालय से आए कलाकारों ने लोकप्रिय वार डांस की शानदान प्रस्तुति देकर चौपाल पर बैठे सभी पर्यटकों को आनंदित किया। वहीं दूसरी ओर अफ्रीका के देश जिम्बावे के कलाकारों ने चिंग्वेरा डांस जिसे शिकारी नृत्य भी कहते हैं की प्रस्तुति देकर पर्यटकों को प्रफुल्लित किया।


इसी कड़ी में देव भूमि हिमाचल प्रदेश के शिमला के कलाकारों ने सिरमौरी नाटी नृत्य प्रस्तुत कर सभी दर्शकों का मन मोह लिया। नाइजीरिया की राजधानी अबुजा के कलाकारों ने स्वंय अपने हाथों से बनाए गए वाद्य यंत्र (असेंबल्ड ड्रम) के माध्यम से गीत संग डांस की सुंदर प्रस्तुति दी। देश किर्गीस्तान के कलाकारों ने कोगोस डांस व जैलोजो डांस की शानदार प्रस्तुति कर मुख्य चौपाल पर बैठे पर्यटकों की खूब तालियां बटोरी। इसी प्रकार स्वातिनी देश के कलाकारों ने अपने देश की सुंदर वेशभूषा व संस्कृति को खूबसूरत रंगों में सजाकर अपने गीत व नृत्य के माध्यम से उपस्थिति के समक्ष रखा। तजाकिस्तान, सूडान, मनिपुर, अर्मेनिया से आए कलाकारों ने अपनी-अपनी डांस की प्रस्तुति देकर मुख्य चौपाल पर बैठे सभी पर्यटकों व स्कूली बच्चों को देश-विदेश की संस्कृति से अवगत करवाया। दर्शकों ने भी सभी देशी-विदेशी कलाकारों को सम्मान देते हुए खूब तालियां बजाईं।



सूरजकुंड मेले में बङी चौपाल पर देश-विदेशी कलाकारों ने मचाई धूम, देखें शानदार तस्वीरें

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सूरजकुंड (फरीदाबाद), 14 फरवरी। 36 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला की मुख्य चौपाल पर आज मंगलवार को प्रात: कालीन सत्र में पंजाब के पटियाला से आई रबि कुन्नर की पार्टी ने पंजाब राज्य में बैशाखी के मौके पर अच्छी फसल होने की खुशी में किया जाने वाला भांगडा नृत्य मेरा भी जी करदा प्रस्तुत कर मुख्य चौपाल के सभी पर्यटकों को लुभाया। वहीं यूएई देश के कलाकारों ने फोक डांस किया। 


मेद्यालय का प्रसिद्ध कसाद मस्ती नृत्य खासी जनजाति के लोगों द्वारा उस समय किया जाने वाला नृत्य है जब प्राचीन काल में राजा युद्ध जीत कर आते थे, उस जीत की खुशी में कसाद मस्ती नृत्य किया जाता है। मेले में घाना देश से आए कलाकारों ने अपने युवाओं को आजादी के महत्व का मतलब समझाते हुए प्रसिद्ध वॉरियर फोक डांस करके चौपाल पर बैठे सभी दर्शकों का मन मोह लिया। दर्शकों ने भी तालियां बजाकर सभी कलाकारों का हौंसला बढाया।


 

इसी क्रम में त्रिपुरा से आए लोक कलाकारों ने ओजारिगी रियांग जनजाति के लोगों द्वारा महिलाओं द्वारा मटके पर खडा होकर किया जाने वाला नृत्य कर सभी को मंत्र मुग्ध किया। सूडान के कलाकारों ने खुशी के अवसर पर अतिथियों के सम्माना में किया जाने वाल फरगिया डांस कर समां बांध कर दर्शकों का मन मोहा। उज्बेकिस्तान के कलाकारों ने मन मोहक लाजमी डांस प्रस्तुत कर चौपाल में बैठे सभी पर्यटकों को ताली बजाने व झूमने पर मजबूर कर दिया। यूगांडा देश के कलाकारों ने भी डिंगिंग डांस व एंटोगोरो डांस की प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर मुख्य चौपाल पर बैठक वरिष्ठ नागरिक व सभी दर्शकों ने तालियां बजाकर देश-विदेश के कलाकारों का हौंसला बढाया।



45 देशों के विदेशी कलाकार सूरजकुंड मेले में दिखाएँगे अपनी कला, टिकटों पर लगेगा होलोग्राम

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फरीदाबाद, 20 जनवरी। पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एमडी सिन्हा ने कहा कि तीन फरवरी से शुरू होने वाला अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला इस बार अन्य वर्षों की अपेक्षा ज्यादा भव्य व विशाल होगा। उन्होंने कहा कि मेले में बड़ी संख्या में पर्यटकों के आगमन को देखते हुए इस बार मेले में टिकटों की बिक्री में पारदर्शिता पर पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टिकट पर होलोग्राम लगाया जाएगा। इससे न तो डुप्लीकेट टिकट तैयार होगी और न ही फोटोस्टेट हो सकेगी। सिन्हा शुक्रवार को होटल राजहंस में अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला की तैयारियों को लेकर विभिन्न विभागों की समीक्षा मीटिंग आयोजित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि जी-20 समिट के चलते इस बार मेले में विदेशी मेहमानों की संख्या दोगुनी होगी। ऐसे में एंबेसडर मीट दो दिन होगी। जी-20 से संबंधित देशों के राजदूत 9 फरवरी को आएंगे और एससीओ से संबंधित देशों के राजदूतों के दौरे के लिए जल्द ही तिथि घोषित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेला हमारे देश की मजबूत सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। ऐसे में हमें मेले में किसी भी तरह की तैयारियों को लेकर कमी नहीं रखनी है। उन्होंने कहा कि मेले में इस बार 45 देशों के विदेशी कलाकार हिस्सा लेंगे जिससे विदेशी कलाकारों की संख्या भी पिछले वर्षों की अपेक्षा दोगुनी रहेगी। उन्होंने बताया कि नॉर्थ ईस्ट के आठ स्टेट हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे में इन सभी राज्यों से कलाकार आएंगे। इसके साथ ही वीआईपी भी ज्यादा संख्या में रहेंगे। इनमें नॉर्थ ईस्ट के आठ राज्यों के मुख्यमंत्री व राज्यपाल भी आएंगे।

उन्होंने बताया कि इस दौरान एक दिन विदेशी पत्रकारों का एक दल भी सूरजकुंड मेला परिसर का भ्रमण करेगा। उन्होंने मेले के दौरान पार्किंग व्यवस्था अतिरिक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने जीएम रोडवेज को निर्देश दिए कि प्रात: आठ बजे से फरीदाबाद, आईएसबीटी दिल्ली व गुरुग्राम से लगातार बसों के फेरे मेला परिसर के लिए लगाए जाएंगे। उन्होंने पार्किंग में दिक्कत आने पर अतिरिक्त क्रेन की व्यवस्था करने और अतिरिक्त पुलिस बल नियुक्त करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मीटिंग में सड़कों की स्थिति, शौचालयों, पेयजल, बिजली, टेलीफोन व इंटरनेट की स्थिति सहित सभी विषयों पर सभी विभागों से क्रमश: जानकारी ली।

मीटिंग में पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा, उपायुक्त विक्रम सिंह, एचएसवीपी प्रशासक डॉ. गरिमा मित्तल, नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त अभिषेक मीणा, डीसीपी नितीश अग्रवाल, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, सीटीएम अमित मान, पर्यटन विभाग के जीएम यूएस भारद्वाज, एजीएम हरविंद्र सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

इस बार सूरजकुंड मेले में होगी 8 राज्यों की थीम, 50 से ज्यादा देशों से आएंगे विदेशी मेहमान

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फरीदाबाद, 10 जनवरी। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि 36वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट्स मेला में जिला प्रशासन की तरफ से एडीसी अपराजिता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

आपकों बता दें इस बार 3 फरवरी से 19 फरवरी तक आयोजित होने वाला 36वां अन्तर्राष्ट्रीय सूरजकुडं मेला भव्य और बेहतरीन होगा तथा जी-20 के सभी देशों के राजदूत भी इस मेले में शिरकत कर रहे हैं। ऐसे में मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासन व सरकार द्वारा सभी तैयारियां और अधिक बेहतरीन ढंग से की जा रही हैं। आगामी तीन फरवरी से शुरू होने वाले 36वें अंतरराष्ट्रीय क्राप्ट मेले की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटियां सुनिश्चित की जा रही हैं। इस वर्ष भारत को जी-20 समिट को आयोजित करने का मौका मिला है। ऐसे में सूरजकुंड मेला भी जी-20 के देशों का स्वागत व सत्कार करने के लिए तैयार है। अन्तर्राष्ट्रीय सूरजकुडं शिल्प मेले में संघाई कार्पोरेशन आर्गेनाईजेशन के सदस्य भी हिस्सा लेंगे। वहीं मेले में कुल मिलाकर 50 से ज्यादा देशों से विदेशी मेहमान आ रहे हैं।

डीसी विक्रम सिंह ने आगे बताया कि इस बार के मेले के थीम स्टेट पूर्वोत्तर के सभी आठ स्टेट होंगे। मेले में एक हजार से ज्यादा स्टाल तैयार किए गए हैं और इतने ही क्राफ्ट्समैन इस मेले में शिरकत करेंगे।

डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि इस बार सूरजकुडं मेले में बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना है। इसलिए मेले में सफाई, सडक़ों की व्यवस्था, लाईटिंग, बिजली की व्यवस्था, शौचालयों सहित सभी सुविधाएं बेहतरीन सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए सभी विभागों को भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि सभी विभाग अपनी-अपनी तैयारियां समय से पूरी कर लें।

सूरजकुंड मेले में हर आपदा से निपटने के लिए तैयार है प्रशासन

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Faridabad News: फरीदाबाद, 17 मार्च। उपायुक्त जितेन्द्र यादव के दिशा निर्देशानुसार सूरजकुंड मेला परिसर में आपदा प्रबंधन पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा पूर्व अभ्यास करवाया गया। जिला राजस्व अधिकारी डॉ विजेंद्र राणा ने इस मॉक ड्रिल की की विधिवत शुरुआत की।

इस अवसर पर एसीपी सुखबीर सिंह, एडीएफओ सत्यवान सिंह, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश श्योकंद, सूरजकुंड क्राफ्ट मेला के नोडल अधिकारी राजेश जून, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रोजेक्ट ऑफिसर गुरुकरण सिंह, एसडीआरएफ के कमांडर नरेश कुमार, रेड क्रॉस से अरविंद कुमार सिविल डिफेंस के अधीक्षक अनिल कुमार मुख्य रूप से उपस्थित रहे। जिसमें स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स/ एसडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य,  अग्निशमन, सिविल डिफेंस/ होमगार्ड, रेडक्रॉस की क्विक रिस्पांस टीमों ने भाग लिया।

सूरजकुंड मेले में लगी आग आपदा प्रबंधन की टीम ने तुरंत किया काबू और किसी भी प्रकार का नहीं होने दिया हताहत यह मौका था सूरजकुंड मेले में आपदा प्रबंधन की जिला प्रबंधन की मॉक ड्रील का बुधवार को जिला प्रशासन, पुलिस, फायर ब्रिगेड और एसटीएफ की टीमों ने संयुक्त रूप से सूरजकुंड मेला परिसर में माक ड्रील की। मॉक ड्रिल के दौरान मेला परिसर में किसी भी संभावित दुर्घटना को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह माक ड्रिल की है ताकि यथासंभव काबू पाया जा सके। इसके अलावा भी मेला परिसर में लोगों को मॉक ड्रिल के जरिए जागरूक किया गया।

माकँड्रिल के दौरान एसटीएफ के जवानों ने घायलों के उपचार की व्यवस्था किस प्रकार की जाती है का ब्यौरा दिया। हरियाणा पुलिस के कमांडो ने तुरंत अपनी पोजीशन लेते हुए माक ड्रिल के दौरान मेला व्यवस्था में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था पर कैसे काबू पाया जा सकता है। फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा आगजनी की घटना पर काबू पाया और रेड क्रॉस के विद्यार्थियों ने  उपचार की व्यवस्था का पूरा परिचय दिया। माक ड्रिल के दौरान जिला राजस्व अधिकारी विजेंद्र राणा, सूरजकुंड मेला के नोडल अधिक अधिकारी राजेश जून, डिप्टी सीएमओ राजेश श्योकंद, आपदा प्रबंधन अधिकारी गुरकरण, पुलिस विभाग के एसीपी सुखबीर सिंह, डॉक्टर एमपी सिंह सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी तथा मेला परिसर में अनेक लोग उपस्थित रहे। चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेला में प्रतिदिन लाखों लोग आते हैं। बहुत सारे विदेशी मेहमान भी होते हैं। जिनकी बोली भाषा अधिकतर लोग नहीं समझ पाते हैं। इस प्रकार के मेलों में आगजनी घटना होने की संभावना होती है,तो कहीं शॉर्ट सर्किट भी हो सकता है, कहीं कोई किसी को धक्का भी दे सकता है, तो कही आपसी लड़ाई झगड़ा/ मारपीट भी हो सकती है।

ऐसी स्थिति पर काबू पाने के लिए पूर्व अभ्यास करवाया गया। ताकि समय रहते सभी विभाग अपनी अपनी तैयारियों का जायजा ले सकें। अपनी कमियों को दूर कर सकें। इसी के तहत अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने आग लगाकर उसको बचाया। सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों ने सर्च एंड रेस्क्यू का काम किया। एसडीआरएफ के जवानों ने जरूरत पड़ने पर काम में आने वाले यंत्रों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी और उनका प्रयोग करके बताया। रेड क्रॉस के प्रवक्ताओं तथा स्वयंसेवकों ने प्राथमिक उपचार देकर फर्स्ट एड पोस्ट तक पहुंचाया। सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ट्राएज पर काम करके मास कैजुअल्टी को हैंडल किया।

उन्होंने आगे बताया कि इस मॉक ड्रिल में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। पूर्वाभ्यास में 8 घायलों को  निकाला गया तथा प्राथमिक सहायता देकर एंबुलेंस में लोड किया गया और अस्पताल पहुंचा दिया गया। सभी टीमों का कोआर्डिनेशन ठीक रहा। उक्त कार्य के आधार पर कहा जा सकता है कि भविष्य में घटित होने वाली अप्रिय घटना पर आसानी से काबू पा लिया जाएगा।