फरीदाबाद, 21 नवंबर: फरीदाबाद की कंपनी गुरुनानक इंजिनीयरिंग सर्विसिस और कई HUDA अधिकारियों पर गुरुग्राम की कोर्ट ने भ्रष्टाचर मामले में FIR दर्ज करने और जांच करने के आदेश दिए हैं. इससे पहले गुरुनानक इंजिनीयरिंग सर्विसिस कंपनी के मालिकों पर फरीदाबाद सेंट्रल थाने में भी IPC 420, 406, 120 B के तहत मुकदमा नंबर - 178 दर्ज किया गया है और इसके एक डायरेक्टर कंवरजीत सिंह को 16 अगस्त को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था, करीब 2 महीनें बाद उन्हें 10 अक्टूबर को जेल से जमानत मिली थी.
अब गुरुग्राम में भी गुरुनानक इंजिनीयरिंग सर्विसिस पर FIR दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं, यहाँ भी उनपर IPC 406, 420, 120B और Prevention of Corruption Act 7/10/13 के तहत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया है. देखिये आदेश की कॉपी -
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गुरुनानक इंजिनीयरिंग सर्विसिस कंपनी को गुरुग्राम कंट्री क्लब और एक स्वीमिंग पूल बनाने का ठेका दिया गया था, अब इस कंपनी पर HUDA अधिकारियों के साथ साठ गाँठ करके 7,54,09,410 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. इस मामले में गुरुनानक कंपनी, कई HUDA अधिकारियों के अलावा M/s Rites Limited कंपनी को भी आरोपी बनाया गया है, देखिये -
गुरुग्राम के RTI एक्टिविस्ट हरींद्र ढींगरा ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत हरियाणा के मुख्यमंत्री, गुरुग्राम पुलिस से भी की थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई, मजबूर होकर उन्हें कोर्ट जाना पड़ा, उनके तथ्यों को देखकर कोर्ट ने आरोपित लोगों पर FIR दर्ज करके इन्वेस्टीगेशन का आदेश दिया।
शिकायत के अनुसार HUDA कंट्री क्लब और स्वीमिंग पूल के निर्माण का ठेका 11.88 करोड़ में दिया गया था, काम 15 महीनों में पूरा किया जाना चाहिए था लेकिन तय समय में काम पूरा नहीं हुआ.
शिकायत के अनुसार काम तय समय में पूरा नहीं हुआ लेकिन HUDA अधिकारियों ने 11.88 करोड़ रुपये के बजाय कंपनी को 19.60 करोड़ रुपये रिलीज कर दिए जबकि नियमों के अनुसार सिर्फ टेंडर की रकम का 25% अधिक फण्ड ही अप्रूव किया जा सकता है.
हैरानी की बात ये है क़ि कंपनी ने बिना काम पूरा किये ही करीब 12 करोड़ रुपये का बिल रिलीज किया और HUDA अधिकारीयों ने बिना काम की जांच किये पेमेंट भी कर दिया, इसी तरह से कुल 19.60 करोड़ रुपये का पेमेंट करके हरियाणा सरकार को करीब 7,54,09,410 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है.
इस मामले में गुरुग्राम सेक्टर 56 थाना पुलिस को FIR दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं, अब देखते हैं कि क्या कार्यवाही होती है.