पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अक्षय, दर्शन तथा सागर का नाम शामिल है। तीनों आरोपी मूलत: राजस्थान के रहने वाले हैं जिसमें आरोपी अक्षय तथा दर्शन भाई हैं जो अब काफी समय से चेन्नई में रह रहे थे वहीं आरोपी सागर राजस्थान के अजमेर जिले के विजयनगर में रह रहा था। आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले ओम ठाकुर के मोबाइल पर लिंक भेजकर उन्हें एक चाइनीस ऐप Shoppee Mall में निवेश करके घर बैठे अच्छा कमीशन प्राप्त करने का लालच देते हुए उसके साथ 01.24 लाख रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित ने 27 जुलाई को इसकी शिकायत साइबर थाने में दी जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की गई।
डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके तहत सहायक पुलिस आयुक्त विनोद कुमार की देखरेख में निरीक्षक सतीश कुमार प्रबंधक थाना साइबर अपराध सेंट्रल के नेतृत्व में ASI हरकेश, PSI मोहित व तरूण, ASI प्रमोद, वसीम व मनोज तथा सिपाही कर्मवीर, लक्ष्मण, परमिन्द्र व शमसेर की एक टीम का गठन किया जो उपरोक्त साइबर टीम ने साइबर तकनीक का प्रयोग करके मामले में शामिल आरोपी अक्षय तथा दर्शन को 2 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को अदालत में पेश करके 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह मूलत: है राजस्थान के रहने वाले हैं और वह अब चेन्नई में रह रहे थे। उन्होंने बताया कि वह किस प्रकार ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते थे।
उन्होंने बताया कि वह किसी भी व्यक्ति को व्हाट्सएप या टेलीग्राम पर एक लिंक भेजते थे और उसके पश्चात उनसे बात करके उन्हें ऑनलाइन बिजनेस करने का लालच देते थे जिसमें किसी व्यक्ति को एक फर्जी ट्रेडिंग वेबसाइट पर ऑनलाइन सामान खरीदकर उसे ऑनलाइन ही आगे बेचना होता था जिसमे उन्हें कमीशन प्राप्त करने का लालच दिया जाता जिसमें फसकर लोग इन साइबर अपराधियों को अपने खून पसीने की कमाई ठगा देते थे। इसके पश्चात साइबर पुलिस ने मामले में शामिल तीसरे आरोपी सागर को दिनांक 8 अगस्त को गिरफ्तार करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया।
आरोपी सागर उक्त दोनों आरोपियों को फर्जी बैंक अकाउंट उपलब्ध करवाता था। पुलिस द्वारा आरोपियों के कब्जे से 1 मोबाइल फोन व सिम कार्ड, 1 एटीएम कार्ड सहित 1.20 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए बैंक खातों में 47 करोड रुपए का लेनदेन पाया गया है। साइबर पुलिस ने आरोपी अक्षय के कब्जे से मोबाइल बरामद किया है जिसमें चेक करने पर पाया गया कि उसके फर्जी बैंक खाते में धोखाधड़ी से हड़पे गए 5 लाख रुपए रखे हैं जिसे फ्रीज करवा दिया गया है। पुलिस रिमांड पूरा होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया वहीं मामले में अभी जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
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