रजत छाबड़ा बाएं तथा कमल तंवर दाएं। |
भड़काऊ कंटेंट वाला भ्रामक वीडियो बनाने व सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और बिना सच्चाई जाने आगे प्रचारित प्रसारित करने वाले 4 आरोपियों के खिलाफ़ फरीदाबाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, फरीदाबाद : फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता सुबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाबाद साइबर क्राइम सेल की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम की शिकायत पर फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर भड़काऊ कंटेंट/वीडियो पोस्ट करने के आरोप में फरीदाबाद पुलिस ने 4 आरोपियो के खिलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए और 295ए के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
इस मामले में भ्रामक वीडियो बना फेसबुक पर डालने वाले कमल तंवर व रजत छाबड़ा, ट्विटर पर प्रसारित प्रसारित करने वाले नीता दोषी और अमेज़िंग फार्मिंग यूट्यूब चैनल के संचालकों पर आरोप कि बिना सच्चाई जाने भ्रामक वीडियो के अफवाह फैलाकर लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम किया है।
सूरजकुंड थाने में दर्ज इस मामले में गौवंश हत्या के भ्रामक वीडियो बनाये गए थे। जिनके माध्यम से धार्मिक भावनाएं भड़काने की कोशिश की गई थी। फरीदाबाद पुलिस ने इस मामले की जांच कर पाया था कि शहर में मृतक पशुओं के अवशेषों के निस्तारण के लिए नगर निगम फरीदाबाद की तरफ से ठेका दिया गया था। फरीदाबाद पुलिस ने इस ठेकेदार कर्जन के खिलाफ मृत पशुओं के शरीर को अनुचित तरीके से निस्तारण करने का मुकदमा दर्ज कर गिरफतार किया गया था। लेकिन फरीदाबाद पुलिस ने अपनी जांच में यह भी पाया था की हजारों की तादाद में गोवंश हत्या की जो खबरें इन सोशल मीडिया चैनल्स पर चलाई गई थी वो बे बुनियाद थीं, इस बारे में फरीदाबाद पुलिस ने मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से उक्त झूठी खबर का खंडन करते हुए अफवाह ना फैलाने की चेतावनी दी गई थी। गौवंश हत्या की खबरें गलत थीं, जिसके बारे में इन सोशल मीडिया एक्टिविस्ट ने भ्रामक खबरें अपने यूट्यूब, फ़ेसबुक और ट्विटर हैंडल पर शेयर करके लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम किया है।
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