एडवोकेट पाराशर ने कहा कि प्रदेश के सम्बंधित अधिकारियों ने माना है किया हरियाणा के 32 शहरी निकायों के कंट्रोल एरिया में हुई रजिस्ट्रियों में गड़बिडय़ां पाई गई हैं। इसमें फरीदाबाद जिले का भी नाम है और लेकिन पूरे प्रदेश में करीब 30 हजार रजिस्ट्रियां गलत ढंग से होने की बात सामने आ रही है और 300 से ज्यादा अधिकारियों की इस बड़े घोटाले में लिप्त होना बताया जा रहा है। व
कील पाराशर ने कहा कि अगर ठीक से जांच करवाई जाए तो फरीदाबाद में दो वर्षों में एक हजार से ज्यादा रजिस्ट्रियां अवैध तरीके से की गईं पाई जाएंगे और कई अरब रूपये का घोटाला सामने आएगा। उन्होंने कहा कि फर्जी स्टाम्प से तमाम रजिस्ट्रियां हुई हैं और दो साल पहले ही मैंने इसका खुलासा सबूत के साथ किया था और अवैध तरीके से रजिस्ट्री करने वालों पर मामला भी दर्ज करवाया था लेकिन कोई ठोस कार्यवाही न होने से घोटालेबाजों के हौसले बुलंद रहे और घोटाला जारी रहा।
उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में जमीनें काफी मंहगी हैं और ठीक से जांच की जाए तो सैकड़ों घोटालों में अरबों-खरबों का हेरफेर दिखेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गलत लोगों की संपत्ति सरकार जब्त कर रही है, इसी तरह यहाँ भी किया जाए तो जल्द कोई ऐसे बड़े घोटाले नहीं करेगा।
एडवोकेट पाराशर ने कहा कि मुझे मिली जानकारी के मुताबिक़ अकेले फरीदाबाद में करीब डेढ़ हजार तथा गुरुग्राम जिले में करीब दो हजार रजिस्ट्रियां हुई हैं। फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, बहादुरगढ़, पलवल, मेवात, अंबाला, पानीपत, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिले ऐसे हैं, जिनमें पोस्टिंग के लिए तहसीलदारों व जिला राजस्व अधिकारियों में मारामारी रहती है। गुरुग्राम व फरीदाबाद दो जिले ऐसे हैं, जहां से रजिस्ट्रियों के रूप में मोटा पैसा लिया जाता है। इन दो जिलों में ही अगर घोटालेबाजों की संपत्ति जब्त की जाए तो कई ख़राब रूपये इकट्ठे हो सकते हैं।
पाराशर ने कहा कि तमाम घोटालेबाजों ने अरावली पर फार्म फाउस बना रहे हैं जो पूरी तरह से अवैध हैं।
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