गत सप्ताह किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए श्री सिंह ने कहा कि हमारे द्वारा किए गए संकल्प की पूर्ति हेतु अनुसंधान के दौरान बार-बार अपराध करने वालों का पता लगने पर उनकी पर्सनल फाइल या हिस्ट्रीसीट खोल दी जाए तथा पहली बार अपराध करने वाले व्यक्तियों के अपराध करने का कारण या मजबूरी का पता लगाया जाए तथा उन्हें अपराध की दुनिया की दुर्दशा से अवगत करवाकर और समझा बुझाकर इससे दूर रहने और एक अच्छा नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया जाए।
अपराधिक प्रवृति के लोगों की फोटो सहित सूची तैयार करके हर थाना में उपलब्ध करवाए जाने की भी बात कही गई ताकि नाका, पी॰सी॰आर॰, राइडर या गस्त पार्टी द्वारा संदिग्ध व्यक्तियों के अपने मोबाइल फोन से फोटो उतार कर एक विशेष मोबाइल एप्पलीकेशन की सहायता से उसका पता लगाया जा सके कि कहीं इस व्यक्ति का कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है।
संगोष्ठी में उपस्थित अधिकारियों का हौसला अफजाही करते हुए कहा गया कि पुलिस अधिकारी हमेशा फाइटिंग फिट और बहुप्रतिभावान होना चाहिए, वह तभी वह पुलिस ड्यूटी जैसे चुनौती भरे दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन कर सकता है। भविष्य में इसी प्रकार मेहनत और लग्न से कार्य करने के लिए प्रेरित रहें। समय और ध्यान मनुष्य के पास दो ऐसी चीजें हैं, जिन्हें वह जिस दिशा में लगाएगा, उसी दिशा में वह सफल होता चला जाएगा। इतना कहकर संगोष्ठी का समापन कर दिया गया।
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