फरीदाबाद, 22 अप्रैल: कोरोना वायरस से फैली महामारी से आज पूरा विश्व परेशान है, आश्चर्य इस बात का है कि भारत के महाग्रंथ रामचरित मानस में कोरोना जैसी महामारी की पहले ही भविष्यवाणी कर दी गयी थी और इससे बचने का तरीका भी बताया गया है.
रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड में पेज नंबर 538, दोहा नंबर 120 - 121 में इस बीमारी का पूरा जिक्र किया गया है, पेज नंबर इधर उधर हो सकता है क्योंकि रामचरितमानस किताब का साइज छोटा बड़ा होता है लेकिन दोहा नंबर देखकर चेक किया जा सकता है. हम यहाँ पर यह भी साफ़ करना चाहते हैं कि कोरोना बीमारी का जिक्र नहीं है बल्कि कोरोना जैसे लक्षणों वाली बीमारी का जिक्र है. हमने इस पूरी तरह से चेक करके वेरिफाई किया है.
दोहा नंबर 120 के आगे चौपाई में बीमारी का पूरा जिक्र है, ICMR की रिसर्च में चमगादड़ से कोरोना बीमारी फैलने का दावा किया गया था तो रामचरितमानस में भी चमगादड़ से ही बीमारी पैदा होने का जिक्र किया गया है लेकिन यहाँ पर चमगादुर लिखा गया है जो अवधी भाषा है.
इसमें इस बात का भी जिक्र है चमगादुर से यह बीमारी फैलेगी और और इससे सभी लोग दुखी होंगे। इसके लक्षणों के बारे में भी बताया गया है - काम, बात, कफ और छाती के रोग. कोरोना बीमारी के भी यही लक्षण हैं. यह भी बताया गया है कि यह बीमारी असाधि यानी लाइलाज है और इससे बहुत इंसान मरेंगे, आज अमेरिका, इटली, स्पेन, फ़्रांस में यही हालत है. पूरे विश्व में 1 लाख 77 हजार लोग मर चुके हैं और रोजाना 5 - 7 हजार लोग मर रहे हैं.
क्या है बीमारी का इलाज
रामचरितमानस में इस बीमारी का इलाज भी बताया गया है जो वर्तमान में सरकार द्वारा जारी किये गए लॉक डाउन के दिशा निर्देशों से विल्कुल मैच करता है. लॉक डाउन में जनता को घरों में रहकर सामाजिक दूरी बनाने के निर्देश दिए गए हैं, घर में ही बैठकर भजन, कीर्तन, पूजा पाठ और अन्य घरेलू और ऑफिस के काम करने के निर्देश दिए गए हैं.
यही बात रामचरितमानस में लिखी है - जौं ऐहि भाँति बनै संजोगा, रामकृपा नासहुं सब रोगा। मतलब जब भी ऐसा संयोग बनता है तो राम की कृपा से सभी रोग नष्ट हो जाते हैं. प्रभु की भक्ति करें, खुद पर भरोसा रखें, भक्ति, समाधि, दान, पुण्य, निर्मल जल से स्नान करें।
अपने अपने धर्म के अनुसार लोग परहेज कर सकते हैं और इस बीमारी से बच सकते हैं. इस बीमारी से सिर्फ सामाजिक दूरी बनाकर बचा जा एकता है.
कुछ लोग इस फोटो को फर्जी बता रहे हैं लेकिन हमने रामचरित मानस को खोलकर और पूरी तरह से चेक करके देखा है. अगर आपके घर में रामचरितमानस हो तो खुद भी चेक कर सकते हैं - दोहा नंबर 120 - 121 में दिया गया है. देखिये वीडियो -
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