नई दिल्ली, 28 फ़रवरी: दिल्ली में हुए दंगों में करीब 37 लोगों की जान गयी है और सैकड़ों घायल हैं, मीडिया का धड़ा भाजपा विधायक कपिल मिश्रा पर भी दंगा भड़काने का आरोप लगा रहे हैं, CAA विरोधी लोग भी कपिल मिश्रा पर ही आरोप लगा रहे हैं, कपिल मिश्रा पर सवाल ही सवाल उठाए जा रहे हैं। कपिल मिश्रा ने अपने ूऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई दी है.
कपिल मिश्रा ने कहा - कोई देश को तोड़ने की बात करे उससे कोई सवाल नहीं पूछता, किसी की घर की छत पर पेट्रोल बम मिल रहे हैं, हथियार मिल रहे हैं, उनमें से किसी से सवाल नहीं पूछा जा रहा। लेकिन जिस व्यक्ति ने 35 लाख लोगों का रास्ता खुलवाने के लिए अनुरोध किया तो उसे आतंकवादी कहा जा रहा है।
कपिल मिश्रा, भाजपा: कोई देश को तोड़ने की बात करे उससे कोई सवाल नहीं पूछता, किसी की घर की छत पर पेट्रोल बम मिल रहे हैं, हथियार मिल रहे हैं, उनमें से किसी से सवाल नहीं पूछा जा रहा। लेकिन जिस व्यक्ति ने 35 लाख लोगों का रास्ता खुलवाने के लिए अनुरोध किया तो उसे आतंकवादी कहा जा रहा है। pic.twitter.com/zJW4HYLNyN— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2020
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली में शहीद बाग़ की तरह CAA विरोधियों ने जाफराबाद, मौजपुर रोड को भी ब्लॉक करने की पूरी तैयारी कर ली थी, वहां पर बाकायदा टेंट और स्टेज लगाकर 300 लोगों को बैठाकर रोड को ब्लॉक कर दिया गया था जिसके बाद कपिल मिश्रा भी अपने समर्थकों को लेकर पहुंचे और धरनेबाजों को रोड खाली करने की चेतावनी दी, उन्होंने पुलिस ने भी कहा कि अगर आपने रोड को खाली नहीं करवाया तो हम फिर आएँगे और रोड को खाली करा देंगे।
उसके बाद पुलिस ने जबरन जाफराबाद रोड को खाली करवाया, स्टेज के सामान को अपने कब्जे में ले लिया जिसके बाद CAA विरोधियों ने पुलिस पर पथरबाजी कर पेट्रोल बेम फेंकना शुरू किया, पुलिसकर्मी हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल की ह्त्या की गयी, इसके बाद CAA समर्थक भी सड़कों पर आ गए और कई स्थानों पर दोनों धड़ों में झड़प हुई।
मीडिया कपिल मिश्रा पर इसलिए आरोप लगा रहा है क्योंकि अगर कपिल मिश्रा रोड ब्लॉक के खिलाफ आवाज ना उठाते, यानी शहीद बाग़ की तरह जाफराबाद रोड पर CAA विरोधियों का कब्जा हो जाने देते तो हिंसा ना होती लेकिन CAA विरोधियों के इस कदम से आधी दिल्ली जाम हो जाती और लाखों लोगों को परेशानी होती।
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