करनाल: विधानसभा विधानों में भाजपा ने अबकी बार 75 पार का नारा दिया था लेकिन भाजपा 40 पर ही अटक गयी, मुख्यमंत्री समझ ही नहीं पाए की हरियाणा भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है, सरकारी कर्मचारी रिश्वतखोरी का खेल कर रहे हैं और जनता इनसे परेशान है.
मुख्यमंत्री खट्टर को शयद पता चल चुका है की सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार तहसीलों में है, कई तहसीलों में अधिकारी हर महीनें करोड़ों रुपये की लूट कर रहे हैं. मुख्यमंत्री खट्टर ने आज अपनी विधानसभा की तहसील में ही भ्रष्टाचार देखा और चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया।
सस्पेंड हुए कर्मचारियों में - तहसीलदार, नायाब तहसीलदार, पटवारी और एक रजिस्ट्रेशन क्लर्क शामिल हैं.
अब आप समझ सकते हैं मनोहर लाल पांच साल से अधिक समय से यहाँ के विधायक हैं, प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, पूरी पावर उनके हाथों में हैं उसके बावजूद उनकी तहसील के सरकारी अधिकारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं और जनता को लूट रहे हैं। जब मुख्यमंत्री के इलाके का ऐसा हाल है तो पूरे हरियाणा में क्या हाल होगा। फरीदाबाद की तहसीलों में सबसे अधिक भ्रष्टाचार है लेकिन यहाँ का नेटवर्क बहुत मजबूत है। मुख्यमंत्री को चुपचाप यहाँ रेड मारनी चाहिए।
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