फरीदाबाद, 3 अक्टूबर: नेता कई तरह के होते हैं, कुछ नेता एक चुनाव हारते ही थक हार कर बैठ जाते हैं और दोबारा चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं करते, कुछ नेता ऐसे भी होते हैं जो उन लोगों की मदद करना छोड़ देते हैं जो उन्हें वोट नहीं करते, कुछ नेता समाजसेवा करना ही छोड़ देते हैं.
लखन कुमार सिंगला 30 वर्षों से समाजसेवा कर रहे हैं, जो भी सामाजिक संगठन उनके पास मदद के लिए पहुँचते हैं लखन उन्हें निराश नहीं करते, छठ महापर्व में भी वह हर साल अनेको संगठनों की मदद करते हैं, ये संगठन उन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाते हैं और लखन सिंगला कार्यक्रम में जरूर पहुँचते हैं और संगठनों की मदद करते हैं।
फरीदाबाद विधानसभा से इस बार लखन कुमार सिंगला की जीत तय लग रही थी लेकिन दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और पूर्वांचल के लोकप्रिय नेता मनोज तिवारी की रैली के बाद अचानक माहौल बदल गया। मनोज तिवारी की अपील के बाद पूर्वांचल और बिहार समाज के लोगों ने एकतरफा भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र गुप्ता के पक्ष में मतदान किया और लखन सिंगला 21713 वोटों से चुनाव हार गए।
दूसरा नेता होता तो नाराज होकर समाजसेवा छोड़ देता और इन संगठनों के कार्यक्रम में जाना छोड़ देता लेकिन लखन सिंगला ने ऐसा कुछ नहीं किया, हर बार की तरह वह इस बार भी इन संगठनों के बुलावे पर छठ महापर्व में शामिल हुए और तन मन धन ने इनकी मदद भी की।
2 नवंबर को लखन सिंगला खेड़ी पल, न्यू भारत कॉलोनी, पटेल नगर और ओल्ड फरीदाबाद में छठ घाट पर पहुंचकर श्रद्धालुओं को बधाई दी और आयोजक संस्थाओं की मदद की।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लखन सिंगला ने चुनाव प्रचार में अपनी 30 साल की समाजसेवा के लिए जनता का आशीर्वाद माँगा था लेकन अधिकतर लोगों ने भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र गुप्ता को आशीर्वाद देना उचित समझा। लखन सिंगला ने हार के दर्द को भुला दिया है और फिर से समाजसेवा में लग गए हैं। जनता शायद अगली बार उन्हें मौका दे दे।
Just for information
ReplyDeleteLakhan singla 2014 min Ballbhgarh se harne ke bad mud kar kabhi sec 22 nahi aye. 2019 main constituency hi change kar li!!