फरीदाबाद, 15 अक्टूबर: NIT विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है हालाँकि अब पंडित नीरज शर्मा का पलड़ा भारी दिख रहा है। नीरज शर्मा के सामने दो पूर्व विधायक हैं। नगेंदर भड़ाना इनेलो पार्टी के पूर्व विधायक हैं लेकिन अब वह भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। चन्दर भाटिया दो बार भाजपा विधायक रहे चुके हैं लेकिन अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और जीतने पर भाजपा में शामिल होने की बात कर रहे हैं।
नीरज शर्मा पहले निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे और जीतने पर किसी भी पार्टी में शामिल हो सकते थे लेकिन उन्हें कांग्रेस की टिकट मिली। उनके लिए प्लस पॉइंट ये है कि उनके सामने चुनाव लड़ रहे दोनों विधायकों को जनता आजमा कर देख चुकी है। चन्दर भाटिया को जनता ने दो बार आजमा मिला है। वहीं नगेंदर भड़ाना को एक बार आजमाया जा चुका है। नीरज शर्मा पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं और उनके सर पर उनके पिता पूर्व मंत्री दिवंगत शिवचरण लाल शर्मा का आशीर्वाद है जिन्हें NIT के विकास पुरुष के नाम से भी जाना जाता है।
नीरज शर्मा को लंबा प्रशासनिक अनुभव है। वह झारखंड में तत्कालीन मुख्यमंत्री के OSD रह चुके हैं इसलिए सत्ता संभालना उन्हें बखूबी आता है।
दोनों विधायकों को मिलती रहेगी पेंशन
नीरज शर्मा हारे तो उन्हें सघर्ष करना पड़ेगा और पांच साल इन्तजार करना पड़ेगा लेकिन उनके सामने चुनाव लड़ रहे दोनों पूर्व विधायक हारे तो भी उन्हें जीवन भर करीब 51,750 रुपये प्रति महीना पेंशन मिलती रहेगी, मतलब जनता ने दोनों विधायकों की जीवन भर पेंशन का इंतजाम कर दिया है।
आपको बता दें कि हरियाणा में पूर्व विधायकों को भी अच्छी खासी पेंशन मिलती है. हर विधायक को कम से कम 51,750 प्रति महीना पेंशन मिलती है, वरिष्ठ विधायकों की सैलरी बढती जाती है, कांग्रेस के पूर्व विधायक कैप्टन अजय यादव तो 2,38,050 रूपया प्रति महीना पेंशन ले रहे हैं.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला को 2,22,525 प्रति महीना पेंशन मिलती है. मतलब एक बार पांच साल के लिए विधायक बन गए तो खर्चा-पानी की दिक्कत नहीं होती, सरकार जीवन भर विधायकों का ख्याल रखती है.
जनता से सवाल
जनता से सवाल ये है कि वो 2 बार आजमाए जा चुके चन्दर भाटिया को फिर मौका देगी या एक बार आजमाए जा चुके नगेंदर भड़ाना को दुबारा मौका देगी या फ्रेशर नीरज शर्मा को सेवा करने का मौक़ा मिलेगा। देखते हैं कि 21 अक्टूबर को जनता क्या फैसला करती है।
जनता से सवाल
जनता से सवाल ये है कि वो 2 बार आजमाए जा चुके चन्दर भाटिया को फिर मौका देगी या एक बार आजमाए जा चुके नगेंदर भड़ाना को दुबारा मौका देगी या फ्रेशर नीरज शर्मा को सेवा करने का मौक़ा मिलेगा। देखते हैं कि 21 अक्टूबर को जनता क्या फैसला करती है।
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