फरीदाबाद: भाजपा ने हरियाणा में अबकी बार 75 पार का नारा दिया है लेकिन ये नारा हवा-हवाई साबित हो सकता है. फरीदाबाद में विपक्षी पार्टियाँ इस बात की प्रार्थना कर रही हैं कि भाजपा मौजूदा विधायकों को ही टिकट दे ताकि जनता अपनी नाराजगी प्रकट करे और अधिकतर सीटों पर उनकी जीत हो.
उदाहरण के लिए - पृथला में बसपा चाहती है कि विधायक टेकचंद शर्मा को भाजपा की टिकट मिले, बडखल में आप नेता धर्मबीर भड़ाना चाहते हैं कि सीमा त्रिखा को टिकट मिले, बल्लभगढ़ में सभी विपक्षी पार्टियाँ चाहती हैं कि मूलचंद शर्मा को टिकट मिली, NIT में पंडित परिवार चाहता है कि नगेंदर भडाना को टिकट मिले, तिगांव में सभी विपक्षी पार्टियाँ चाहती हैं कि देवेन्द्र चौधरी को टिकट ना मिले, ओल्ड फरीदाबाद में विपुल गोयल थोडा मजबूत दिख रहे हैं.
उदाहरण के लिए - पृथला में बसपा चाहती है कि विधायक टेकचंद शर्मा को भाजपा की टिकट मिले, बडखल में आप नेता धर्मबीर भड़ाना चाहते हैं कि सीमा त्रिखा को टिकट मिले, बल्लभगढ़ में सभी विपक्षी पार्टियाँ चाहती हैं कि मूलचंद शर्मा को टिकट मिली, NIT में पंडित परिवार चाहता है कि नगेंदर भडाना को टिकट मिले, तिगांव में सभी विपक्षी पार्टियाँ चाहती हैं कि देवेन्द्र चौधरी को टिकट ना मिले, ओल्ड फरीदाबाद में विपुल गोयल थोडा मजबूत दिख रहे हैं.
फरीदाबाद की जनता ये तो मानती है कि हरियाणा भाजपा सरकार ने फरीदाबाद के विकास के लिए अच्छे खासे पैसे दिए लेकिन जनता यह भी मानती है कि कई भाजपा और समर्थक विधायकों ने खूब घोटाले किये हैं और सरकारी पैसों की बंदरबांट हुई है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दावे का रहे हैं कि उन्होंने फरीदाबाद के विकास के लिए 12 हजार करोड़ रुपये दिए हैं लेकिन जनता उनके दावे सुनकर हैरान है. फरीदाबाद में ना तो कोई बड़ा प्रोजेक्ट आया, सरकारी इमारतों, सीवर और सड़कों में घटिया मैटेरियल लगाकर विधायक ने कमीशनखोरी करके मोटा मुनाफ़ा कमाया.
जनता ये तो मान रही है कि अगर भाजपा ने वर्तमान विधायकों के टिकट काटकर अच्छे उम्मीदवारों को मौका दिया तो दोबारा सरकार बनने पर सही विकास हो सकता है लेकिन जनता यह भी तय कर चुकी है कि अगर वर्तमान विधायकों को टिकट मिला तो इनको सबक सिखाना है. विपक्षी पार्टियाँ इसी बात का इन्तजार कर रही हैं. विपक्षी पार्टियाँ चाहती हैं कि भाजपा वर्तमान विधायकों को टिकट दे और जनता इन्हें सबक सिखाए.
कहने का मतलब ये है कि अगर भाजपा सचमुच 75 पार करना चाहती है तो अधिकतर सीटों पर नए, युवा मेहनती और ऊर्जावान उम्मीदवार खड़ा करे, अगर ऐसा हुआ तो जनता भाजपा को यह सोचकर वोट दे सकती है कि भाजपा ने भ्रष्ट विधायक का टिकट काटकर उसे सबक सिखा दिया है. ऐसा करके भाजपा आसानी से बहुमत हासिल कर लेगी लेकिन अगर वर्तमान भ्रष्ट विधायकों को टिकट दी गयी तो भाजपा का घमंड भी टूटेगा, राज्य भी हाथ से जाएगा और आसमान पर उड़ रहे भाजपा नेता जमीन पर आ जाएंगे.
i agree with u sir.
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