फरीदाबाद: आज का दिन अवतार भडाना के लिए काफी अहम है. उन्हें लोकसभा टिकट मिलने के रास्ते लगभग ख़त्म हो चुके हैं हालाँकि अगर राहुल या प्रियंका चाहेंगी तो सिलेक्शन कमेटी के निर्णय को दरकिनार करते हुए अवतार भडाना को टिकट मिल भी सकती है लेकिन इसकी संभावना सिर्फ 2-3 फ़ीसदी है क्योंकि राहुल-प्रियंका गुलाम नबी आजाद और हुड्डा के निर्णय को पलटने का रिस्क नहीं लेंगे लेकिन पार्टी का सर्वे सर्वा होने की वजह से राहुल-प्रियंका अंतिम निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं.
हमारी जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद लोकसभा सीट पर 16 वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं (वर्तमान विधायकों व पूर्व विधायकों) को चर्चा के लिए बुलाया गया। सभी नेताओं ने विधायक करण दलाल या ललित नागर को टिकट देने की वकालत की। अवतार सिंह भड़ाना को टिकट देने पर कोई भी नेता सहमत नहीं था। सिर्फ करण सिंह दलाल और ललित नागर का नाम पैनल में भेजा गया।
ललित नागर के सामने शर्त ये रखी गयी है कि अगर उन्हें लोकसभा टिकट मिली और चुनाव हार गए तो आगामी विधानसभा टिकट नहीं मिलेगी. इस शर्त को मानने में ललित नागर असमर्थ हैं क्योंकि वह हर हाल में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहेंगे.
अब कांग्रेस की नजर में सिर्फ एक जिताऊ उम्मीदवार है और वो हैं करण दलाल क्योंकि वह मोदी लहर में भी पलवल से विधायक बने थे, यही नहीं पलवल से वह लगातार अपने दम पर विधायक बनते आ रहे हैं.
कुछ लोग महेंद्र प्रताप सिंह को भी टिकट मिलने का दावा कर रहे हैं लेकिन विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हारे हुए उम्मीदवार को लोकसभा टिकट देने की कांग्रेस पार्टी भूल नहीं करेगी, इसके अलावा बडखल विधानसभा को छोड़कर उनकी लोकप्रियता कहीं नहीं दिखती.
अब लोकसभा टिकट के लिए सिर्फ दो दावेदार हैं. सिलेक्शन कमेटी की चलेगी तो करण दलाल को टिकट मिलेगी और राहुल-प्रियंका की चलेगी तो अवतार भडाना को टिकट मिलेगी. हमारी सूचना के मुताबिक़ अवतार भडाना ने नॉएडा और मेरठ में अपने दो साथियों को टिकट दिलवाई है, मतलब दोनों जगह की टिकट अवतार भडाना के कहने से दी गयी है, कांग्रेस ने उनकी कुछ शर्तें मान ली हैं इसलिए फरीदाबाद की टिकट पर उनकी पकड़ ढीली हो चुकी है. लेकिन यह भी सच है कि अवतार भडाना राजनीति के माहिर खिलाडी हैं. अंतिम समय में वे कुछ भी कर सकते हैं लेकिन अगर उन्हें टिकट मिली तो भी जीत आसान नहीं होगी क्योंकि आधे कांग्रेसी कार्यकर्ता और स्थानीय नेता उनके साथ नहीं खड़े होंगे.
आज शाम को टिकट पर अंतिम मुहर लग जाएगी. अगर अवतार भडाना को लोकसभा टिकट नहीं मिली तो वह आगामी विधानसभा चुनावों में फरीदाबाद की किसी विधानसभा का टिकट मांग सकते हैं, अगर वह यूपी से विधायक बन सकते हैं तो फरीदाबाद से क्यों नहीं. NIT विधानसभा या बडखल विधानसभा से वह आराम से चुनाव जीत सकते हैं.
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