नई दिल्ली: अजाम खान छोटे मोटे नेता नहीं हैं, वह उत्तर प्रदेश के गृह मंत्री रह चुके हैं. सपा में दूसरे नंबर के नेता हैं. कई बार मंत्री रह चुके हैं. इतना अनुभव होने के बाद भी उन्होंने कल बयान दिया कि हम IAS अधिकारियों से मायावती के जूते साफ करवाएंगे, बस वक्त हमारा आने दो.
अब आप सोचिये, जब आजम खान देश में सबसे अधिक पढ़े लिखे IAS अधिकारियों से जूते साफ़ करवाएंगे तो जनता के साथ क्या सुलूक किया जाएगा. IAS अधिकारियों के हाथ में प्रशासन होता है. आजम खान के आगे प्रशासन की एक नहीं चलेगी तो जनता का क्या होगा, उसकी तो कहीं सुनवाई नहीं होगी. जनता मदद के लिए किसके पास जाएगी. क्या आजम खान ने औरंगजेब युग लाने के संकेत दिए हैं.
आजम खान ने ऐसा बयान देकर अपने खतरनाक इरादे जाहिर कर दिए हैं. उनके बयान पर वहां उपस्थित कट्टरपंथियों ने तालियाँ भी बनायीं जबकि यह शर्मनाक बयान था. एक तरह से आजम खान ने अपने समर्थकों को प्रशासन के खिलाफ भड़काया है और उनपर कड़ी कार्यवाही भी हो सकती है.
अब आप सोचिये, जब आजम खान देश में सबसे अधिक पढ़े लिखे IAS अधिकारियों से जूते साफ़ करवाएंगे तो जनता के साथ क्या सुलूक किया जाएगा. IAS अधिकारियों के हाथ में प्रशासन होता है. आजम खान के आगे प्रशासन की एक नहीं चलेगी तो जनता का क्या होगा, उसकी तो कहीं सुनवाई नहीं होगी. जनता मदद के लिए किसके पास जाएगी. क्या आजम खान ने औरंगजेब युग लाने के संकेत दिए हैं.
आजम खान ने ऐसा बयान देकर अपने खतरनाक इरादे जाहिर कर दिए हैं. उनके बयान पर वहां उपस्थित कट्टरपंथियों ने तालियाँ भी बनायीं जबकि यह शर्मनाक बयान था. एक तरह से आजम खान ने अपने समर्थकों को प्रशासन के खिलाफ भड़काया है और उनपर कड़ी कार्यवाही भी हो सकती है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आजम खान एक से बढ़कर एक विवादित बयान दे रहे हैं, इससे पहले उन्होंने भाजपा उम्मीदवार जयाप्रदा के खिलाफ अमर्यादित बयान दिया था जिसके खिलाफ उनपर FIR भी दर्ज हुई है.
महिला आयोग ने भी उनपर कड़ी कर्यवाही मांग करते हुए महिलाओं से अपील की है कि अजाम खान जैसे लोगों और उनका समर्थन करने वाली राजनीतिक पार्टियों को वोट ना दें.
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