फरीदाबाद: पूर्व कांग्रेस सांसद एवं पूर्व भाजपा विधायक अवतार भड़ाना पर वर्तमान सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को हराने का जूनून सवार था, वह हर सभाओं में कहते थे कि कृष्णपाल गुर्जर को हराकर उन्हें जेल भेजेंगे. अवतार भड़ाना ने 18 अप्रैल यानी आज के दिन अपने नामांकन की तारीख तय की थी, उन्होंने होडल से बॉर्डर तक की जनता को अपनें नामांकन पर होने वाले रोड शो में मौजूद रहने को कहा था लेकिन अवतार भडाना को ना तो कांग्रेस से टिकट मिली और ना ही आज वह नामांकन करवा रहे हैं.
पहले ऐसा लगता था कि अवतार भडाना अपनी बात से नहीं हटेंगे और किसी और दल से जुड़कर 18 अप्रैल को नामांकन जरूर करेंगे लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ. अब अवतार भड़ाना के अगले कदम पर सबकी नजर है.
पहले ऐसा लगता था कि अवतार भडाना अपनी बात से नहीं हटेंगे और किसी और दल से जुड़कर 18 अप्रैल को नामांकन जरूर करेंगे लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ. अब अवतार भड़ाना के अगले कदम पर सबकी नजर है.
कुछ लोग कह रहे हैं कि अवतार भडाना AAP या JJP ज्वाइन करके फरीदाबाद लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, कुछ का कहना है कि वे निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं. अगर अवतार भडाना फिर से दल बदलते हैं तो उनपर सबसे बड़ा दल-बदलू होने का आरोप लग जाएगा क्योंकि वह इससे पहले कांग्रेस, इनेलो और भाजपा में दल बदल कर चुके हैं. अगर दल बदलने के बाद फरीदाबाद लोकसभा सीट से उनकी हार हुई तो भी उनके कैरियर को नुकसान पहुंचेगा.
अब अवतार भडाना के पास दो ही विकल्प हैं - या तो निर्दलीय चुनाव लड़कर अपनी ताकत दिखाएं या मीरपुर वापस लौटकर अपने विधायक पद पर बैठें, वे फिर से भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं और भाजपा भी शायद उन्हें वापस ले ले क्योंकि मीरपुर में दोबारा चुनाव भाजपा भी नहीं चाहती. वैसे अगर वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे तो भी उनकी जीत मुश्किल है क्योंकि फरीदाबाद में मोदी लहर है.
अब देखते हैं कि अवतार भडाना कौन सा विकल्प चुनते हैं. उनके दफ्तर पर अभी भी कांग्रेसी नेताओं के पोस्टर लगे हैं इसलिए शायद वह अभी भी कांग्रेस की टिकट का इन्तजार कर रहे हैं, अवतार भडाना सोच रहे होंगे - शायद ललित नागर की टिकट कटकर मुझे मिल जाएगी. देखते हैं आगे क्या होता है.
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