फरीदाबाद: चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने छप्परफाड़ कर वादे करने शुरू कर दिए हैं. आज राहुल गाँधी ने एक ऐसा वादा किया है जिसे पूरा करना नामुमकिन है लेकिन चुनाव में वादे तो होते ही रहते हैं क्योंकि हर पार्टी जनता को लुभाना चाहती है.
राहुल गाँधी का कहना है कि 2019 में चुनाव जीतने के बाद जब कांग्रेस की सरकार बन जाएगी और वे प्रधानमंत्री बनेंगे तो गरीबी ख़त्म कर देंगे, वह गरीबों पर सरकारी खजाना लुटा देंगे, हर महीनें सबको 12000 रुपये देंगे, वर्ष में एक बार 72000 हजार रुपये बैंक खाते में भेज देंगे.
एक तरह से यूं कहें तो मोदी सरकार द्वारा भरे गए खजाने को राहुल गाँधी ने लुटाने की बात कही है हालाँकि उन्होंने एक चालाकी भी दिखाई है.
राहुल गाँधी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद वह गरीबी हटाने के बारे में सोचेंगे, पहले एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करेंगे, अगर प्लान कामयाब रहा तो पूरे देश में लागू कर देंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश की जनता पायलट प्रोजेक्ट को समझती नहीं है, कुछ ना कुछ लोग राहुल गाँधी की बातों में आ ही जाएंगे, राहुल गाँधी ने यही गेम खेला है.
जनता को 72000 लेने के लिए कई 100 साल तक इन्तजार करना पड़ सकता है क्योंकि आज तक कोई ऐसा देश नहीं है जिसनें अपने नागरिकों को मुफ्त में खजाना बांटा हो, अगर मुफ्त में खजाना बांटा जाएगा तो खजाना खाली हो जाएगा, विकास के लिए पैसे बचेंगे नहीं, इसलिए भारत की गरीब जनता को खजाना भरने के लिए कई 100 वर्षों तक इन्तजार करना पड़ सकता है लेकिन राहुल गाँधी ने गरीबों को एक सपना तो दिखा ही दिया है.
विवादों में राहुल गाँधी का वादा
राहुल गाँधी का यह वादा विवादों में भी आ चुका है, उनकी योजना के मुताबिक़ हर गरीब को हर महीनें 12000 हजार रुपये मिलेंगे, लेकिन वो यह भी कहते हैं कि पैसे साल में एक बार ही मिलेंगे और 72000 रुपये बैंक खाते में आ जाएंगे. लोग पूछ रहे हैं कि 12000x12 144000 होते हैं, राहुल अगर सिर्फ 72000 रुपये भेजेंगे तो बाकी के 72000 हजार कहाँ जाएंगे, क्या ये पैसे स्विस बैंक में जमा करा दिए जाएंगे. कुछ लोग इसे योजना शुरू होने से पहले ही घोटाला करने की योजना बता रहे हैं.
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