फरीदाबाद: फरीदाबाद पुलिस ने बहुत ही अच्छा काम किया है जिसके बारे में जिले के लोगों को पता नहीं है लेकिन पुलिस के इस अच्छे काम के बारे में जानना जरूरी है. यह बहुत ही सेंसिटिव मामला था इसलिए पुलिस ने विल्कुल चुपचाप काम किया और लव मैरिज करके परिवार द्वारा जुदा किये गए पति-पत्नी को मिला दिया.
क्या था मामला
चार साल अफेयर चलने के बाद अलग अलग धर्म के युवक युवती ने नवम्बर 2018 में फरीदाबाद कोर्ट में शादी की थी. लड़की अल्पसंख्यक समाज से थी जबकि लड़का हिन्दू था. लड़की घर से चुपचाप आयी थी. दोनों बालिग़ थे, कोर्ट में दोनों की शादी हुई जिसके बाद लड़का लड़की साथ रहने लगे लेकिन एक महीनें बाद लड़की का अपने घर वालों से मिलने का मन किया. उसने अपने पति से जिद की जिसके बाद लड़के ने अपनी पत्नी को उसके घर पर छोड़ दिया.
पत्नी को उसके घर पर छोड़ने के आधे घंटे बाद ही लड़के को लड़की के भाई का फोन आया, हम उसे होडल लेकर जा रहे हैं, वहीँ से लड़की को ले जाना. इसके बाद लड़की के भाई ने अपनी बहन की बात उसके पति से कराई, लड़की ने अपने पति से कहा कि आप यहाँ पर अकेले मत आना, पुलिस के साथ आना वरना तुम्हारे साथ कुछ भी हो सकता है. इन लोगों ने मुझे भी मार लगाई है, जब तक मुझसे बात ना हो आगे इन लोगों पर भरोसा मत करना.
इसके बाद लड़का पुलिस थाने में गया. पुलिस को लेकर होडल गया लेकिन वहां पर वे लोग नहीं मिले, पुलिस वापस आ गयी. लड़का परेशान हो गया. मीडिया की मदद लेने के लिए हमारे पास आया, हमने इस मामले को सेंसिटिव समझकर खबर नहीं छापी लेकिन पुलिस अधिकारियों से बातचीत करके मामले की गंभीरता के बारे में बताया और कार्यवाही की अपील की.
इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने सावधानीपूर्वक काम किया, लड़की को राजस्थान में तलाश किया, उसके परिवार वालों को भरोसे में लेकर लड़की का कोर्ट में बयान करवाया जिसमें लड़की ने अपने पति के साथ रहने की इक्षा व्यक्त की, इस तरह से पुलिस ने पति-पत्नी को मिला दिया. इस दौरान मैं जांच अधिकारी के संपर्क में रहा, उन्होंने इस मामले में बहादुरी के साथ साथ इंटेलिजेंस भी दिखाया.
(नोट: अलग अलग धर्म का होने की वजह से पति-पत्नी की जान को आगे खतरा हो सकता है इसलिए हम इस खबर में दोनों का नाम सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं, पुलिस थाने का नाम भी नहीं दिया जा रहा है. इस मामले में फरीदाबाद पुलिस की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है, कम से कम उस पति-पत्नी के लिए पुलिस और जांच अधिकारी किसी फ़रिश्ते से कम नहीं है, अगर जरूरत पड़ी तो कुछ दिनों बाद हम लड़का-लड़की और पुलिस थाने की पहचान सार्वजनिक करेंगे.)
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