फरीदाबाद: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष वकील एलएन पाराशर कल जेल जा सकते हैं लेकिन उन्होंने बताया कि जेल जाने के बाद भी मेरा भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और मेरी विरासत मेरे जूनियर संभालेंगे.
वकील पाराशर ने बताया कि वर्ष 2001 में मेरा एक जज के साथ झगड़ा हो गया था जिसमें हम दोनों की तरफ से हार्ड लैंग्वेज यूज किए गए थे, इस मामले में मेरे और 6 अन्य वकीलों के खिलाफ कांटेम्ट और एससी एसटी एक्ट (3), 332, 353, 186 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था.
वकील पाराशर ने बताया कि कल मेरी दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में 134 के तहत बयान दर्ज होने हैं जिसमें मैं कन्फेस करूंगा कि जज के साथ सिर्फ मेरा लड़ाई झगड़ा हुआ था और बाकी छह वकील पूरी तरह से निर्दोष हैं और उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं था यह लोग 18 वर्षों से बिना वजह कोर्ट कचहरी के धक्के खा रहे हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले में वकील LN पाराशर के अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता ओपी शर्मा, एसआर जाखड़, आरके पाराशर, अनिल पाराशर, डीएस अधाना और सुरेंद्र शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था जिसमें वकील पाराशर ने 6 वकीलों को निर्दोष बताया है. वकील पाराशर कल कोर्ट में भी यही बात कहेंगे और इन 6 वकीलों को पूरी तरह से बरी करवाने का प्रयास करेंगे.
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