फरीदाबाद, 20 अक्टूबर: बड़ी हैरानी वाली बात है, जो लोग फरीदाबाद में भाजपा का कट्टर विरोध करते हैं, भाजपा को एक पल भी नहीं देखना चाहते वही लोग सोशल मीडिया पर मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ विपुल गोयल का साथ दे रहे हैं, उनके लिए कमेन्ट कर रहे हैं, एक तरह से सोशल मीडिया पर महागठबंधन बन गया है.
यह महागठबंधन बनने के दो कारण हो सकते हैं. दोनों नेताओं के बीच दुश्मनी बढ़ने से भाजपा का ही नुकसान होगा इसलिए विरोधी लोग सोशल मीडिया पर विपुल गोयल का साथ दे रहे हैं ताकि दोनों में अलगाववाद को बढ़ावा मिले और भाजपा कमजोर हो.
कल दशहरा मैदान में रावण जलाने और सिद्धपीठ हनुमान मंदिर विवाद पर विपुल गोयल और कृष्णपाल गुर्जर के बीच तीखी बहस हुई. दोनों ने एक दूसरे पर राजनीति खेलने का आरोप लगाया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया.
इस मुद्दे पर अधिकतर भाजपा विरोधी लोग विपुल गोयल के समर्थन में कमेन्ट कर रहे हैं, जो भी मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के लिए पॉजिटिव पोस्ट डाल रहे हैं उन्हें गालियाँ दी जा रही हैं, एक आर्टिकल हमने भी लिखा तो हमें भी गालियाँ दी गयीं और अधिकतर उन्हीं लोगों ने गालियाँ दी हैं जो विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ता या समर्थक हैं और रोजाना भाजपा के खिलाफ कमेन्ट करते रहते हैं जिसे देखकर साफ़ साफ़ लग रहा है कि दोनों नेताओं के बीच फूट से भाजपा कमजोर होगी और विरोधी लोग इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं.
हमने पोस्ट में यह भी लिखा था कि विपुल गोयल मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ उनके सभी विरोधियों से हाथ मिला लेते हैं, उन्होंने पहले अवतार भडाना से हाथ मिलाया, अब राजेश भाटिया और संजय भाटिया से हाथ मिला जो मंत्री गुर्जर हाय हाय के नारे लगा रहे हैं और उनका भाजपा का पहले से ही विरोध करते आ रहे हैं.
कहने का मतलब ये है कि मंत्री विपुल गोयल एक तरह से विपक्षियों के हाथ की कठपुतली बन गए हैं, पहले उन्हें अवतार भडाना ने कठपुतली के रूप में इस्तेमाल किया और फरीदाबाद के एमपी उम्मीदवार होने का दावा करने लगे, अब वह राजेश और चंदर भाटिया के साथ हो लिए. जबकि यही लोग भाजपा का विरोध कर रहे हैं और भाजपा को सत्ता से बाहर करना चाहते हैं.
आपने देखा होगा, फरीदाबाद में सभी विपक्षी नेता सिर्फ कृष्णपाल गुर्जर पर राजनीतिक हमले करते हैं, वे ना तो विपुल गोयल पर राजनीतिक हमले करते हैं और ना ही विपुल गोयल विपक्षियों पर राजनीतिक हमले करते हैं, वहीँ विपुल गोयल मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के विरोधियों से हाथ मिलकर उनके मुंह से उल्टे सीधे बयान दिलवाते हैं,
एक तरह से मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ फरीदाबाद में महागठबंधन बन गया हैं जिसमें उनके खिलाफ विपुल गोयल भी हैं और सभी विपक्षी नेता भी हैं, सोशल मीडिया पर भाजपा के कट्टर विरोधी भी हैं, फरीदाबाद की राजनीति बहुत ही दिलचस्प हो गयी हैं जिसमें एक तरफ मंत्री कृष्णपाल गुर्जर हैं और दूसरी तरह आल.
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