फरीदाबाद, 20 अक्टूबर: FIR 640 में पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर दी है, चार आरोपियों को क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 ने गिरफ्तार कर लिया है, आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जहाँ से अदालत ने उन्हें चार दिन की रिमांड में भेजा, चार दिनों में घटना में शामिल गाडी और हथियारों की बरामदगी की जाएगी. ये सामान मथुरा, अजमेर, गुरुग्राम, हापुड़ और गोपालगंज (बिहार) से बरामद किये जाने हैं.
पहले गए आरोपियों के नाम - गोविंदा, सूरज गढ़वाली, राहुल और राजू हैं. इस मामले में मुख्य आरोपी जयवीर खटाना हैं जो वार्ड-3 के पार्षद हैं.
पीड़ित पिता ने बताया कि घटना के दिन पार्षद जयवीर खटाना ने ही उसे पहला थप्पड़ मारा था, उसके बाद वह अपने गुंडों को सचिन को जान से मारने का आदेश देकर चले गए, सचिन पर लाठी डंडों से हमला किया गया, पैरों और हाथ में गोली मारी गयी. उन्होंने बताया कि सचिन एम्स ट्रामा सेण्टर में भर्ती है, डॉक्टरों ने जवाब दे दिया है, उसका बचना मुश्किल है, वह दोषियों पर कड़ी कार्यवाही चाहते हैं, उन्हें पुलिस पर भरोसा है लेकिन कुछ गलत हुआ तो वह आगे भी अपील करेंगे और दोषियों को सख्त सजा दिलवाएंगे. देखें VIDEO.
हमले के दिन क्या हुआ
सचिन शर्मा पर 26 सितम्बर को जानलेवा हमला किया गया था, उसे मुजेसर इलाके में भूषण कंपनी के गेट के सामने करीब 14 लोगों ने पहले खूब पीटा, उसके बाद उसके हाथ और बाएँ पैर में गोलियां मारी गयीं, पैरों पर चाकू मारा गया, पैरों पर हथौड़ा मारकर दोनों पैर तोड़ दिए गए. यही नहीं आसपास के लोगों को भगाने के लिए हवाई फायरिंग भी की गयी.
सचिन को गंभीर हालत में बीके हॉस्पिटल ले जाया गया जहाँ उसकी हालत सीरियस देखते हुए उसे दिल्ली AIIMS के ट्रामा सेण्टर में रिफर कर दिया गया, सचिव पिछले चार दिनों से ICU में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. उसे जान से मारने की कोशिश की गयी थी लेकिन उसनें जिंदगी से जंग नहीं हारी और अब ICU में गंभीर हालत में भर्ती है.
इस मामले में मुजेसर थाना पुलिस ने पार्षद जयवीर खाटाना सहित 14 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. पीड़ितों का कहना है कि पार्षद जयवीर खाटाना के ही आदेश पर सचिन पर जानलेवा हमला किया गया, सचिन को पहला थप्पड़ जयवीर ने ही मारा था और सचिन को जान से मारने का आदेश देकर वह अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए. यह सब FIR में लिखा है जिसकी फोटो नीचे दी गयी है -
क्या लिखा है FIR में, पढ़ें
पिता विनोद ने FIR में लिखा है - दिनांक 26.09.2018 को मेरे बेटे सचिन को दीपक सोनी व् ओम प्रकाश अपनी मोटर साईकिल पर लेकर सेक्टर-22 पट्रोल पम्प गए, सचिन ने मुझसे कहा - पापा मैं 5 मिनट में आ रहा हूँ, जिस पर मै अपने घर कि तरफ पहुंचा तो कुछ मिनट बाद ही मेरी पत्नी का फ़ोन आया कि सचिन को लखानी कम्पनी प्लाट न. 261, सै-24 के सामने गोली मार दी गयी है, मै तुरंत मौके पर पहुंचा तो मेरा बेटा नहीं मिला. इसके बाद मैं बीके अस्पताल पहुंचा जहाँ पर मैंने देखा की मेरे लड़के सचिन को बुरी तरह से हाथ, पैरों एवं पुरे शरीर पर काफी चोटों लगी थी और मेरे पूछने पर मेरे लडके सचिन ने मुझे बताया कि
- आज मुझे दीपक सैनी, ओम प्रकाश अपनी मोटरसाइकिल पर सेक्टर - 22 के पट्रोल पम्प से बिठाकर लखानी की तरफ लाये थे और पलाट न. 261 लखानी कंपनी के सामने मोटर साईकिल रोक दी, एक गाड़ी स्कार्पियु , दूसरी गाड़ी इनोवा और ब्रिजा आई और जिसमे से गोविंदा, सूरज गड्वाली, राहुल, अनिल कचरा, बंसी मधागर, ठुली कुलदीप, अनुप अपताफ़, रिशव गाड़ी से नीचे उतरे जिनके हाथो में लोहे के सरिये, हथौड़े एवं डंडे थे.
- सबसे पहले पार्षद जयवीर खटाना उतरा और उस ने मेरे बेटे को थप्पड़ मारा और कहा कि दीपक और ओम प्रकाश ने अपने प्लान को तहत सचिन को अपने साथ लाया है, सचिन आज बचके नहीं जाना चाहिए और इतना कहते ही सूरज गड्वाली ने मेरे बेटे के गले में फंदा डाल दिया तीनो चारो ने मेरो बेटे के हाथ पकड लिया और गोविंदा ने गोली मारी, अनिल कचरा ने चाकू से वार किया और फिर सभी ने सचिन को लाठी, डंडो, हथौड़े से मारा.
- मेरे बेटे की जेब में से चार हजार रूपये एवं मोबाइल फ़ोन VIVO छीन ले गए. यह सभी बातें मेर बेटे सचिन ने मुझे बतलाई. मेरे बेटे को ज्यादा चोट लगने के कारण बीके हॉस्पिटल के डॉक्टर ने दिल्ली रेफर कर दिया जिसपर मैंने अपने बेटे सचिन को दिल्ली AIIMS के ट्रामा सेण्टर में भर्ती करा दिया. मेरा लड़का सचिन ICU में सीरियस है.
- मेरे लड़के सचिन को गोविंदा, सूरज गड्वाली, राहुल, अनिल, कचर मछगर निवासी बंसी, ठुली उर्फ़ कुलदीप अनूप, आफताब, रिशव, जयवीर खटाना वे दो तीन अन्य ने चोटें मारी हैं.
- उपरोक्त लोगों ने मेरे बेटे के साथ पहले भी मार - पीट की है, वजह रंजिस यह है कि उपरोक्त लोग शराब बेचने का अवैध धंधा करते है और मेरा लड़का इनको मना करता है, जो इसी कारण मेरे लड़के को जान से मारने के लिए चोटें मारी हैं.
- कृपया इन पर क़ानूनी कार्यवाही कि जाए.
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